बिहार JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बयान जारी कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि नौकरी के नाम पर नेता प्रतिपक्ष झूठा श्रेय लूटकर खुद अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि बिहार की आवाम इस बात से अवगत है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2020 में सात निश्चय पार्ट-2 के तहत 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का वादा किया गया था।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि नीतीश सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक सरकारी पदों पर बहाली का आंकड़ा 12 लाख के करीब पहुँचने वाला है, वहीं निजी क्षेत्रों में रोजगार सृजन का आंकड़ा लगभग 34 लाख तक जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार की संकल्पबद्धता और दूरदर्शिता से बिहार नौकरी देने के क्षेत्र में नित-नए आयाम स्थापित कर रहा है। राजद के झूठ और दुष्प्रचार से हकीकत को कभी नहीं बदला जा सकता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी के माता-पिता ने 15 वर्षों के अपने शासनकाल में एक ऐसा काम नहीं किया जो जनता के बीच जाकर गिनवाने लायक हो, इसलिए उनके नेतागण नीतीश सरकार के कामों का झूठा श्रेय बिटोरकर अपने सियासत को चमकाने की कोशिश में जुटें हुए हैं। उन्होंने कहा कि झूठ बोलने का नतीजा है कि गत लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता ने राजद को महज 4 सीटों पर समेट दिया था।
उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि बिहार की जनता द्वारा हर चुनाव में नकारे जाने के बाद भी राजद सबक नहीं लेने का प्रण कर चुकी है और झूठ की राजनीति से बाज नहीं आ रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद का असली चाल, चारित्र और चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है, इसलिए भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश को कभी कामयाबी नहीं मिलेगी।