[Team Insider] बोकारो स्टील के ट्रैफिक और आईएमएफ विभाग में वर्षों से काम कर रहे ठेका मजदूरों को बोकारो स्टील प्रबंधन और ठेकेदार द्वारा काम से निकाला गया है। जिसके खिलाफ मजदूर पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं ।इसी क्रम में मंगलवार को ठेका मजदूरों ने बोकारो के सेक्टर चार स्थित गांधी चौक से बोकारो स्टील के एडीएम बिल्डिंग तक अर्धनग्न प्रदर्शन कर विरोध जताया।
मिनिमम वेजेज की मांग करने पर हटाया गया
इस दौरान सभी ठेका मजदूर हाथ में बोकारो इस्पात कामगार यूनियन का झंडा लिए विरोध करते नजर आए।पिछले 20 से 22 वर्षों से यह ठेका मजदूर बोकारो स्टील के आईएमएफ और ट्रैफिक विभाग में काम कर रहे थे। मजदूर जब मिनिमम वेजेज की मांग करने लगे। तो उन्हें काम से एक झटके में हटा दिया गया ।उसके बाद से ही यह ठेका मजदूर लगातार आंदोलन कर रहे हैं।
अंग्रेजों से भी अधिक शोषण
बोकारो इस्पात कामगार यूनियन ठेका मजदूर प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्राण सिंह ने कहा कि मजदूरों के साथ मिनिमम वेजेज को लेकर प्रबंधन और ठेकेदार मनमानी कर रहा है। इस मनमानी का जब मजदूरों ने विरोध किया। तो उन्हें काम से हटा दिया गया। वर्तमान समय में हम अंग्रेजों की शोषण की बात सुनते आ रहे थे। लेकिन यहां अंग्रेजों से भी अधिक शोषण किया जा रहा है।
अधिकारियों को जाने से रोका जाएगा
उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 में आंदोलन कर ठेका मजदूरों को 1 वर्ष के लिए गेट पास दिया गया था ।लेकिन वर्तमान समय में मिनिमम वेज मांगने पर एक एक महीने का गेट पास दिया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रबंधन अपने रवैया को ठीक नहीं करता है। तो प्लांट में अधिकारियों को जाने से रोक दिया जाएगा।