रांची: झारखंड चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में बस कुछ ही दिन शेष हैं। सभी दलों की रणनीति अपने चरम पर है। इस दौरान राज्य के बीजेपी नेताओं ने सम्मापक्ष और झारखंड पुलिस पर गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाएं है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि हेमंत सरकार और पुलिस विभाग के आला अफसर की मिली भगत से झारखंड में सक्रिय नेताओं के फोन को टेप किया जा रहा इसके साथ ही नेताओं की रेकी भी की जा रही।
इन सबके पीछे बीजेपी नेताओं की हत्या का मकसद हो सकता है। बता दें सोमवार को सुधीर श्रीवास्तव और पुष्कर तिवारी ने संयुक्त रूप से मुख्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन सौंप कर उन्हे इस मामले से अवगत कराया। इस दौरान सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार के इशारे पर पुलिस के उच्च पदाधिकारियों द्वारा भाजपा के नेताओं एवं पदाधिकारियों का फोन टेप किया जा रहा है,केवल फोन ही नहीं बल्कि भाजपा नेताओं का रेकी किया जा रहा है एवं भाजपा नेताओं के आवास एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर छापेमारी करने की योजना बनाया जा रहा है।
जिस प्रकार पुलिस कार्य कर रही है उससे लग रहा है कि चुनाव के दौरान ही भाजपा नेताओं का हत्या कराया जा सकता है। श्रीवास्तव ने बताया कि पार्टी के पास इस बात के पक्के सबूत है कि उनके नेताओं का कैसे फोन टेप हो रहा है। चुनाव के दौरान किसी व्यक्ति का फोन टेप करना आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन तो है ही साथ में आर पी एक्ट की धारा 123(7) के तहत अपराध है। ऐसा करना भारतीय टेलीग्राफ एक्ट की धारा 5(2) के तहत भी अपराध है। बिना पुलिस के उच्च अधिकारियों के यह फोन टैपिंग संभव नहीं है, इस फोन टैपिंग में राज्य के आला अधिकारी भी शामिल हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चुनाव पदाधिकारी ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।