झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में महिलाओं की भागीदारी इस बार काफी बढ़ी है, हालांकि फिर भी पुरुषों का दबदबा बरकरार है। राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 54 सीटों पर महिलाएं चुनावी मैदान में हैं, जो राज्य की 66% सीटों का प्रतिनिधित्व करती हैं। बावजूद इसके, पुरुष उम्मीदवारों की संख्या सात गुना अधिक है। झारखंड में महिलाओं की चुनावी भागीदारी में वृद्धि एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि महिलाओं का राजनीतिक प्रतिनिधित्व अभी भी कम और असमान है। आगामी महिला आरक्षण विधेयक से राज्य में महिला प्रतिनिधित्व में सुधार की उम्मीदें जताई जा रही हैं, जो झारखंड के अगले चुनावों में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी:
- 54 सीटों पर 128 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं।
- 879 पुरुष उम्मीदवार हैं, जो महिलाओं की संख्या से सात गुना अधिक हैं।
- उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी के बाद यह आंकड़ा सामने आया है, जो दर्शाता है कि महिला उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि हो रही है, लेकिन पुरुषों का प्रतिशत अभी भी बहुत अधिक है।
सर्वाधिक महिला प्रत्याशी:
- मांडर विधानसभा क्षेत्र से 7 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिसमें शिल्पी नेहा तिर्की प्रमुख नाम हैं।
- इसके बाद छतरपुर से 6 महिलाएं और कोलेबिरा व जामा से 5-5 महिला प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं।
- गांडेय, रामगढ़, गिरिडीह, पोटका, चक्रधरपुर, और रांची से भी 4-4 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
पार्टीवार महिला प्रत्याशी:
- आजसू पार्टी ने सबसे अधिक महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है, जिसमें उनकी 30% सीटों पर महिला उम्मीदवार हैं (10 में से 3 महिलाएं)।
- इसके बाद, कांग्रेस ने 23.33%, भाजपा ने 17.64%, झामुमो ने 11.62%, और राजद ने 14.28% महिलाओं को टिकट दिया है।
निर्दलीय महिला प्रत्याशी:
- 591 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इनमें 530 पुरुष, 60 महिलाएं, और 1 ट्रांसजेंडर उम्मीदवार हैं।
राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय दलों की स्थिति:
- राष्ट्रीय पार्टियां महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने में सबसे आगे हैं, उन्होंने 15.62% महिलाओं को टिकट दिया है।
- झारखंड की राज्यस्तरीय पार्टियां ने 15% महिलाओं को टिकट दिया है।
- अन्य राज्यों की राज्यस्तरीय पार्टियों ने 6.57% महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
- गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने 8.95% महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है।
- निर्दलीय उम्मीदवारों में महिलाओं की संख्या 10.15% है।
समग्र परिदृश्य:
- राज्य की 81 विधानसभा सीटों के लिए कुल 1211 प्रत्याशी हैं, जिनमें से 128 महिलाएं (10.56%) और 1081 पुरुष (89.44%) हैं।
- महिलाओं का प्रतिशत महज 10.56% है, जो कि भारत की राजनीति में महिलाओं का कम प्रतिनिधित्व दर्शाता है।
- राष्ट्रीय पार्टियां महिलाओं को सर्वाधिक प्रतिनिधित्व दे रही हैं, जबकि राज्यस्तरीय पार्टियां के मुकाबले महिलाओं की संख्या थोड़ा कम है।