बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) की मौत के बाद उनके पटना स्थित घर पर सन्नाटा पसरा है। घर में मौजूद गार्ड ने बताया कि परिवार का कोई सदस्य अभी पटना में मौजूद नहीं है। सभी सदस्य दिल्ली में हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना लाया जाएगा। दोपहर 12 बजे के बाद उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके पटना वाले घर पर रखा जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
शारदा सिन्हा का दिल्ली एम्स में निधन, छठ पर्व के पहले दिन तोड़ा दम
बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया। वे दिल्ली एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम गंभीर स्थिति में वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसकी जानकारी उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी थी। अपनी आवाज और लोकगीतों के लिए पहचानी जाने वाली शारदा सिन्हा के निधन से पूरे बिहार में शोक की लहर है। शारदा सिन्हा का छठ पर्व से गहरा नाता रहा है और उन्होंने इसी त्योहार के पहले दिन अंतिम सांस ली।
शारदा सिन्हा के निधन पर CM नीतीश ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की
बता दें कि पिछले 22 अक्टूबर से शारदा सिन्हा का इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था। विशेष डॉक्टरों की निगरानी में आईसीयू में भर्ती थी। 4 अक्टूबर को शारदा सिन्हा का अंतिम छठ गीत यूट्यूब पर रिलीज किया गया था। शारदा सिन्हा के निधन पर बिहार के सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। शारदा सिन्हा के निधन पर RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, “शारदा सिन्हा बहुत बड़ी संगीतकार थीं। हर परिवार उनके गीतों को सुनता था…मैं सूर्य भगवान से प्रार्थना करता हूं कि शारदा सिन्हा की आत्मा को शांति प्रदान करें…यह बिहार के लिए बहुत बड़ी क्षति है…”
वहीं बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन ने कहा, “जिस शख्सियत ने पूरी दुनिया में छठ की संस्कृति, बिहार की परंपराओं को स्थापित किया, आज वो हमारे बीच में नहीं हैं…मैं उनको श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं…पुरानी पीढ़ियों में जो परंपराएं थीं, उनको नई पीढ़ियों तक पहुंचाने में उनके गीत बहुत सार्थक हुए…उनके गीत हमेशा अमर रहेंगे…”जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा, “उनका निधन बहुत दुखद है… यह कैसा संयोग है कि ‘छठी मैया’ के गीत को देश के घर-घर तक पहुंचाने वाली गायिका ने ‘नहाय खाय’ के अवसर पर अंतिम सांस ली…”