पटना : पद्मभूषण सम्मानित मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी पार्थिव देह को आज इंडिगो विमान से पटना एयरपोर्ट लाया गया, जहां तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर का स्वागत किया गया। इसके बाद, ‘मुक्ति रथ’ के माध्यम से उनके पार्थिव शरीर को पाटलिपुत्र आवास पहुंचाया गया, जहां आज उनके चाहने वाले और समर्थक उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे।
स्वर्गीय शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुष्प चक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। उनके साथ जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। साथ ही भाजपा के कई नेता और शारदा सिन्हा के प्रशंसक भी वहां मौजूद थे।
पटना के डीएम ने जानकारी दी कि परिवार की इच्छा के अनुसार, कल शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार गुलबी घाट पर किया जाएगा, जो उनके दिवंगत पति के अंतिम संस्कार का भी स्थान रहा है। शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान ने इस अवसर पर कहा कि यह संयोग ही है कि उनकी मां का निधन छठ के अवसर पर हुआ, जो कि बिहार के लोक आस्था का सबसे बड़ा पर्व है।
शारदा सिन्हा के गानों ने छठ पर्व को नई पहचान दी और आज उनके इस दुनिया से जाने पर छठ महापर्व की आस्था और भावनाओं में एक गहरी कमी महसूस की जा रही है। उनके अंतिम दर्शनों के लिए पटना में पाटलिपुत्र आवास पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, और हर किसी की आंखों में उनके प्रति श्रद्धांजलि और सम्मान है।