लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन आज अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा। इसको लेकर सभी घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। शुक्रवार की सुबह भगवान भास्कर को अर्ध्य देने के साथ ही चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के इस महा पर्व का विधिवत समापन हो जायेगा।
अर्घ्य देने से पहले बांस की टोकरी को फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू और पूजा के सामान से सजाया जाता है। घरों में सुबह से ठेकुआ और पूजा के अन्य प्रसाद बनाये जा रहे हैं। अर्घ्य देते समय कई प्राकृतिक फलों और सब्जियों को सूर्य देवता को अर्पित किया जाता है। सूर्यास्त से कुछ समय पहले सूर्य देव की पूजा होती है फिर डूबते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देकर पांच बार परिक्रमा की जाती है।
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सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
7 नवंबर को अर्घ्य के पहले दिन सूर्यास्त का समय शहरों के मुताबिक इस प्रकार है। भागलपुर में शाम 5:34 पर सूर्यास्त होगा. दरभंगा में 5:39 पर, मुजफ्फरपुर में 5:40 पर, पटना में 5:42 पर, और बक्सर में 5:46 पर सूर्यास्त होगा। वहीं, 8 नवंबर को दूसरे दिन अर्घ्य सूर्योदय भागलपुर में सुबह 5:34 पर, दरभंगा 5:39 पर, मुजफ्फरपुर 5:40 पर, पटना 5:42 पर और बक्सर में सूर्योदय 5:46 पर होगा।
वहीं दूसरी ओर छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन ने यातायात व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए एवं छठ व्रतियों को किसी भी प्रकार कि असुविधा नहीं हो इसके लिए शहर में ट्रैफिक को लेकर सुचारू व्यवस्था कर रहा है। जिला प्रशासन लगातार छठ घाटों का निरीक्षण किया जा रहा है।