रांची: झारखंड की जनता हिमंता विस्वा सरमा को राजनीतिक मोक्ष दिलाएगी। हिमंता विस्वा सरमा अपने बोल वचन से झारखंड में भाजपा का राजनीतिक अंतिम संस्कार कराकर वापस लौट जाएंगे।
उक्त जवाब प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के संबंध में दिए गए बयान पर दिया। उन्होंने कहा कि चार महीनो से पूरे झारखंड में घूम कर झारखंडियों को लड़ाने की कोशिश करने वाले हिमंता विस्वा सरमा ने भाजपा को रसातल में मिला दिया है और अपने उलूल जुलुल बयानों से उन्होंने झारखंडियों की आंखें खोल दी है। झारखंड के लोगों ने चुनाव के दौरान यह देख लिया है कि महागठबंधन सरकार विकास की सोच के साथ चुनावी मैदान में है और भाजपा धार्मिक चश्मे से जनता को पूरा झारखंड दिखा रही है।
धर्म आधारित सारे एजेंडो के समाप्त होने के बाद अब व्यक्तिगत बदजुबानी पर हिमंता बिस्वा सरमा उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक आतंकवाद के एजेंडे के तहत भाजपा समुदायों को आपस में लड़ा कर झारखंड की सत्ता चाहती है लेकिन जनता असम के स्तरहींन मुख्यमंत्री को झारखंड में तरजीह नहीं दे रही है जिससे वह बौखलाहट में है। जनता झारखंड की सत्ता झारखंडी सपूत के हाथों में ही सौंपेगी जो झारखंडियों से भावनात्मक लगाव रखते हुए उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है। घुसपैठ का मुद्दा लगातार हिमंता विस्वा सरमा झारखंड में उठा रहे हैं जबकि असली घुसपैठिया तो हिमंता विस्वा ही है जिस तरह घुसपैठिये किसी राज्य यह देश को अशांत करने के लिए एजेंडो पर काम करते हैं उसी तरह हिमंता विस्वा सरमा भी झारखंड में एजेंडों के सहारे आग लगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में चार पूर्व मुख्यमंत्री हैं लेकिन डर के वजह से अभी तक किसी को भी भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश कर भाजपा ने चुनाव नहीं लड़ा। महागठबंधन श्री हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में आगे कर चुनाव लड़ रहा है अगर भाजपा में हिम्मत है तो अपने मुख्यमंत्री के चेहरे को जनता के सामने पेश करे। हकीकत यह है कि भाजपा का झारखंड में राजनीतिक वजूद समाप्त हो चुका है। अपने नेताओं की हार को बचाने की कोशिश में ही भाजपा नेताओं का समय खर्च हो रहा है लेकिन पहले चरण की तरह दूसरे चरण में भी बीजेपी झारखंड की जमीन से उखड़ जाएगी