रांची: राज्य में आचार संहिता लागू है ऐसे में किसी भी दल को जाति मजहब और समुदय को लेकर कुछ भी टीका टिपणी करने पर रोक है। ऐसे में बीजेपी के सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक सामग्री परोसी गई जिसकी शिकायत जेएमएम ने चुनाव आयोग से की। इसके बाद आयोग ने बीजेपी को वह सामग्री तत्काल अपने सोशल मीडिया से हटाने का आदेश जारी किया गया। बता दें चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पर भाजपा द्वारा किए गए पोस्ट के मामले में झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को कार्रवाई करने और पोस्ट को तुरंत हटाने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग का यह कदम कांग्रेस और झामुमो की शिकायत पर उठाया गया है। वहीं इस मामले में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया हैंडल एक्स और बीजेपी स्टेट यूनिट के फेसबुक पर किए गए वीडियो पोस्ट सांप्रदायिक और दिग्भ्रमित करनेवाला हैं। चुनाव आयोग ने भी माना है कि ये आचार सहिंता का उल्लंघन है। इसलिए चुनाव आयोग ने इसे तुरंत हटाने का आदेश दिया है। इसे लेकर चुनाव आयोग ने कहा कि भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल पर सांप्रदायिक और भ्रामक पोस्ट डाले गए हैं, जो आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं। कांग्रेस और झामुमो ने आरोप लगाया था कि इन पोस्ट के जरिए मतदाताओं को गुमराह करने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश की गई है। चुनाव आयोग ने झारखंड के सीईओ से कहा है कि वे भाजपा को नोटिस जारी करें और नियमानुसार कार्रवाई करें। इसके साथ ही विवादित पोस्ट को तुरंत सोशल मीडिया से हटाने का निर्देश दिया गया है। वहीं झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने आरोप लगाया है कि भाजपा झारखंड के सोशल मीडिया अकाउंट से झूठी और सांप्रदायिक सामग्री फैलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर को रात 11:22 बजे पोस्ट किए गए एक वीडियो में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गंभीरता से लिया है और मामले में तुरंत कार्रवाई करने के लिए सीईओ को कड़े निर्देश दिए हैं। बता दें झारखंड में चुनावी समर अपने पूरे जोर में है। प्रथम चरण का मतदान हो चुका है वहीं 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होना शेष है। वहीं नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी।