वायू प्रदूषण नियंत्रण के लिए पटना नगर निगम द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। सड़कों की धुलाई एवं जल छिड़काव के साथ ही खूले में निर्माण करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। पटना नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न अंचल में निर्माणधिन भवनों को चेकलिस्ट दिया जा रहा है। इन भवनों से सुनिश्चित किया जा रहा है कि उनके निर्माणस्थल पर नियमों का पालन किया जाए।
गौरतलब है कि पटना नगर निगम क्षेत्रन्तर्गत परिवेशीय वायु की गुणवत्ता में विगत कई दिनों के अन्दर काफी गिरावट दर्ज की गयी है। इसके पिछे विभिन्न कार्यकारी एजेन्सियों द्वारा निगम क्षेत्रें में हो रहे निर्माण यथा सड़क, भवन, पुल, मेट्रो या निजी निर्माण कार्य कराते समय नियमों का पालन नहीं करते है। ऐसे में इन पर सख्ती बरतते हुए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नव निर्माण एजेंसियों, भवन मालिकों द्वारा नियमों का पालन किया जाए।
पटना नगर निगम द्वारा दिया गया चेकलिस्ट
- निर्माण स्थल पर निरंतर (02-03 घंटे के अंतराल पर) जल छिडकाव की समुचित व्यवस्था की जाए।
- कार्य स्थल के नजदीक के सम्पर्क पथ को धूल रहित किया जाय तथा छिडकाव कार्यो के संबंध में एक लॉग बुक निर्माण स्थल पर अनुरक्षित किया जाए।
- निर्माण स्थल पर निर्माणाधीन क्षेत्रफल में ग्रीन मेस कवर को सुनिश्चित किया जाए।
- निर्माणाधीन क्षेत्रफल में रखे निर्माण सामाग्री पर भी ग्रीन मेस कवर को सुनिश्चित किया जाए।
- निर्माण स्थल पर उत्पन्न होने वाले निर्माण एवं विध्वंस कचरा का ससमय एवं सुरक्षित निपटान की व्यवस्था की जाए अथवा नगर निगम को निर्माण एवं विध्वंस कचरा दिया जा सकता है।
- निर्माण कार्य के लिए आवश्यक सामाग्रियों का परिवहन पूर्णरूपेण ढँके हुए अवस्था में ही सुनिश्चित करवाया जाए।
पटना नगर निगम द्वारा इन चेकलिस्ट के अनुसार कार्य नहीं करने पर निर्माण एजेंसी सरकारी एवं गैरसरकारी पर बिल्डिंग बायलॉज के तहत जुर्माना लगाया जाएगा।