पटना के कदमकुआं थाने में भागलपुर ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। डीएसपी पर बुजुर्ग के साथ मारपीट और मकान लिखने का दबाव बनाने का आरोप लगा है। यह केस कोर्ट के आदेश पर 18 नवंबर को दर्ज किया गया है।
पीड़ित विजय कुमार(69) ने बताया कि 9 सितंबर 2024 की शाम करीब 5 बजे अपने बीमार बेटे के साथ बैठे थे। इसी दौरान मेरी बड़ी बहू साधना सिंह अपने रिश्तेदार भागलपुर ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार, कुंदन सिंह, अनीता सिंह और रौनक सिंह के साथ जबरदस्ती घर में घुस गए। सभी लोगों ने मेरे और मेरी पत्नी के साथ मारपीट की। इसके बाद पिस्टल के बल पर 1000 रुपए के सादा स्टांप पेपर पर मुझसे साइन करा लिया। घर में हो रही आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर जुट गए। इसके बाद सभी फरार हो गए।
विजय कुमार ने आगे कहा कि ‘घटना की जानकारी कदमकुआं थाने को दी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामला भी दर्ज नहीं किया गया। घटना के दूसरे दिन यानी 10 सितंबर को दोपहर 12 बजे अनीता कुमारी, अंशु कुमारी, कुंदन कुमार, रौनक कुमार, अभय प्रताप सिंह और कदमकुआं थाने के तीन पुलिसकर्मी मेरे घर पर पहुंचे। एक पुलिसकर्मी के बैच पर अमित कुमार लिखा था। सभी ने धमकाते हुए कहा कि अगर साधना कुमारी को तुम लोगों ने अपना घर नहीं लिखा तो बर्बाद कर देंगे।’
थाने की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई तो पीड़ित विजय कुमार ने कोर्ट में कार्रवाई को लेकर प्रार्थना पत्र दायर की। कोर्ट ने 12 नवंबर को पटना एसएसपी को FIR दर्ज करने का आदेश दिया। कदमकुआं थानेदार राजीव कुमार के मुताबिक, 18 नवंबर को FIR दर्ज किया गया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 126(2), 115(2), 308(2), 74, 76, 303(2), 3(5) लगाया गया है। प्राथमिकी में भागलपुर के ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार, साधना कुमारी (बड़ी बहू), अनीता सिंह (बहू की मां), रौनक प्रताप सिंह, अंशू देवी, अभय प्रताप सिंह का नाम है। इसके अलावे 5 अज्ञात लोग शामिल है।
थानेदार राजीव कुमार ने कहा कि ‘पुलिस निष्पक्ष होकर पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’ डीएसपी आशीष कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि ‘हां मैं कदमकुआं गया था। मेरी भतीजी के पति और पीड़ित विजय कुमार के बेटे बीमार है। मैं पटना छुट्टी ले कर गया था। इसी दौरान भतीजी के बीमार पति को देखने गया था। मेरी किसी तरह की लड़ाई उनसे नहीं हुई है। ये सभी आरोप गलत है।