बिहार में विधानसभा के उपचुनाव में चारों सीटों पर NDA गठबंधन के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। सभी विधानसभा सीटों (इमामगंज, बेलागंज, तरारी और रामगढ़ विधानसभा सीट) पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज की पार्टी ने चुनाव लड़ा था, लेकिन वह एक भी सीट नहीं जीत पाई। हार के बाद प्रशांत किशोर ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि ‘बिहार में उपचुनाव पर जीतने वाले सभी उम्मीदवार को बधाई। जनता को जिस सरकार में भरोसा है, वह सरकार चलती रहे, हम आगे प्रयास करते रहेंगे।’
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि ‘जन सुराज पार्टी को घर-घर तक पहुंचने में दो साल का समय लगा है। एक महीने पहले जन सुराज पार्टी बनी और 10 फीसदी वोट ले लिए। भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी है उसे 30 फीसदी के करीब वोट मिला है। जदयू को 11 फीसदी और राजद को 20 फीसदी वोट मिला। नई पार्टी थी, नए कार्यकर्ता थे और जिन जगहों पर चुनाव हुआ वहां हमने प्रचार नहीं किया था। एक प्रतिशत वोट भी अगर मुझे मिलता तो परिणाम कुछ और होता। मेरा प्रयास आगे जारी रहेगा। 10 फीसदी वोट जन सुराज को मिला, आगे मैं 40 फीसदी भी करने की जिम्मेदारी ले लूंगा।’
PK ने कहा कि ‘राजद 30 साल पुरानी पार्टी है। हर जगह हारी है, हारने के बाद दूसरे पर दोषारोपण कर रही है। बेलागंज के मुस्लिम वोटरों ने जदयू और भाजपा को वोट दिया है। इमामगंज में हम चुनाव नहीं लड़ते हैं तो और बड़े अंतर से राजद चुनाव हारती। मेरे साथ आने वाले समय में गठबंधन के विषय पर कोई समझौता नहीं होगा। प्रशांत किशोर हारा या जीता यह चिंता की बात नहीं है। चिंता की बात यह है कि नीतीश कुमार को जानता फिर सुन रही है, जिन्होंने बिहार का विकास नहीं किया। जन सुराज 2025 में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, अब मैं बिहार में होने वाले एमएलसी चुनाव की तैयारी में लग जाऊंगा। जन सुराज पार्टी को और मजबूत करने पर काम होगा।’