पटना में ठंड के दौरान सड़क पर जीवन यापन करने वाले आश्रय विहीनों के लिए पटना नगर निगम द्वारा रैन बसेरा का निर्माण किया गया है। यह पहली बार है कि अस्थाई एवं स्थाई रैन बसेरे के साथ जर्मन हैंगर तकनीकी रैन बसेरे भी तैयार किये गए है। पटना नगर निगम द्वारा कुल 29 रैनबसेरा का निर्माण किया गया है। जिसमें कुल 907 बेड की व्यवस्था है। जिसमें जर्मन हैंगर 12, स्थाई 6 एवं अस्थाई 11 आश्रय स्थल है। सार्वजनिक स्थल चौक चौराहे, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड के नजदीक इनका निर्माण करवाया गया है जिससे कि आमजनों को अधिक दूरी नहीं तय करनी पड़े।
इसके साथ ही सफाई एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी रन बसेरे को सीसीटीवी से मॉनिटर भी किया जाएगा पटना नगर निगम के कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरा को कनेक्ट किया गया है। जहां से मुख्यालय में बैठकर ही रैनबसेरा की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी। इसमें जर्मन हैंगर तकनीक से निर्मित रैन बसेरा की संख्या 12, स्थाई रैन बसेरा की संख्या 6 और अस्थाई रैन बसेरा की संख्या 11 है।
शहरवासियों को यहां निशुल्क बेड (चौकी), बेडशीट, कंबल, मच्छदानी, पेयजल, शौचालय सहित कई सुविधा दी जाएगी।गौरतलब है कि सभी अंचल में इसका निर्माण करवाया गया है जिससे आमजनों को नजदीक में ही सुविधा मिल सके। इसके साथ ही सभी रैन बसेरो में सुरक्षा के उपक्रण अग्निशामक यंत्र, आंगतुको के लिए रजिस्टर, टेबल एवं कुर्सी सहित अन्य सुविधाएं भी मौजूद रहेगी।