पटना : जल संसाधन विभाग द्वारा पुनपुन बराज योजना के कार्यान्वयन और भविष्य की योजनाओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। मंत्री विजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पुनपुन बराज योजना के मूल स्वरूप के अधीन निर्धारित कमांड क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए कार्य की रूपरेखा पर विस्तरित चर्चा की गई। बैठक में प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल एवं अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
पुनपुन बराज योजना के मूल स्वरूप के अधीन अरवल, जहानाबाद एवं पटना जिला के 13680 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान किया जाना है। इसके अतिरिक्त औरंगाबाद जिले के कैरियर कैनाल में सिंचाई सुविधा मुहैया कराए जाने की मांग की जा रही है।
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पुनपुन बराज योजना अंतर्गत बराज का निर्माण कर लिया गया है, परन्तु भू-अर्जन की समस्या के कारण नहर निर्माण नहीं हो पाया है, जिससे इसके कमाण्ड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसके समाधान हेतु मंत्री ने निर्देश दिया कि योजना के अधीन जहां भी भूमि अधिग्रहण की समस्याएं है, वहां Pressurised Pipe Network के माध्यम से किसान को सिंचाई उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की जाए। मंत्री ने निर्देश दिया कि योजना के सभी लंबित पहलुओं पर जल्द कार्रवाई सुनिश्चित करें एवं औरंगाबाद जिले के कैरियर कनाल भाग के साथ साथ निर्धारित सिंचाई क्षेत्र को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विस्तृत योजना प्रतिवेदन तैयार करे।
इस योजना से क्षेत्र की कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी और किसानों की आय में सुधार होगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि योजना के सभी पहलुओं को शीघ्रता से लागू करने के लिए ठोस प्रयास किए जाए। पुनपुन बराज योजना से अरवल जिला के करपी प्रखण्ड, जहानाबाद जिला के रतनी फरीदपुर, औरंगाबाद जिला के गोह प्रखण्ड एवं जहानाबाद प्रखण्ड तथा पटना जिला के पालीगंज, मसौढी एवं पुनपुन प्रखण्ड के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी।