अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच एक युद्धविराम समझौते की घोषणा की है। इसके साथ ही इसराइल और हिज्बुल्लाह के बीच पिछले 13 महीनों से चल रही लड़ाई थम जाएगी। इस फैसले से पहले इजराइली सुरक्षा कैबिनेट ने संघर्ष विराम को लेकर चर्चा की थी। सीजफायर समझौते के तहत इजरायली सैनिकों को दक्षिण लेबनान से वापस जाना होगा और लेबनान की सेना को इस क्षेत्र में तैनात करना होगा। इसके साथ ही हिज़्बुल्लाह लिटानी नदी के दक्षिण में सीमा पर अपनी सशस्त्र मौजूदगी भी खत्म कर देगा।
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इजराइल की सेना ने पिछले 24 घंटों में लेबनान की राजधानी पर कई हवाई हमले किए, जिनमें कम से कम 31 लोगों की मौत हुई। वहीं, हिजबुल्लाह ने इजराइल पर रॉकेट दागने का सिलसिला जारी रखा था। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने संघर्ष विराम के पीछे तीन प्रमुख कारण बताए। जिनमें ईरान से बढ़ते खतरे पर ध्यान केंद्रित करना, इजराइली सेना को पुनः सशक्त और पुनः संपूर्ति करना, और विभिन्न मोर्चों को अलग कर हमास को अलग-थलग करना है।
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लेबनानी मीडिया के मुताबिक, लेबनान में युद्धविराम समझौता बुधवार सुबह 10 बजे से शुरू होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और इमैनुएल मैक्रॉन इस समझौते की घोषणा करने वाले हैं। इस समझौते की मध्यस्थता अमेरिका और फ्रांस ने की थी। समझौते की क्या शर्तें होंगी अभी तक इसकी पूरी तरह से जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि, एक इजराइली अधिकारी ने बताया कि युद्ध विराम का मतलब यह नहीं है कि युद्ध समाप्त हो गया है। इजराइल अब भी किसी भी तरह के खतरे पर प्रतिक्रिया करने में सक्षम होगा।