लोकसभा चुनाव 2024 में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का प्रदर्शन बेहतर रहा। एनडीए में भाजपा के बराबर सीटें जीतकर जदयू ने अपना मान बनाए रखा। इसके बाद अब पहली बार नीतीश कुमार की पहली चुनावी अग्निपरीक्षा अभी हो रही है। इससे पहले लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी ने चुनाव जीता जरुर लेकिन वहां उनकी प्रतिष्ठा नहीं फंसी थी। क्योंकि बेलागंज की सीट पहले से राजद के पास थी और इस बार नीतीश की पार्टी चुनाव हार भी जाती तो बड़ी बात नहीं थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है जब जदयू की किसी सीट पर चुनाव हो रहा है। तिरहुत स्नातक उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है, जहां से नीतीश के पार्टी की इज्जत फंसी हुई है।
दरअसल, इस सीट से पहले एमएलसी थे देवेश चंद्र ठाकुर। वे जदयू के बड़े नेता हैं और सीतामढ़ी से जदयू ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाया, जिसमें उनकी जीत हुई। एमएलसी रहते हुए देवेश चंद्र ठाकुर विधान परिषद के सभापति भी रहे। अब जदयू ने अभिषेक झा को उम्मीदवार बनाया है। इस चुनाव में जदयू को राजद के गोपी किशन से तो सीधी टक्कर मिली ही है। जनसुराज के डॉ. विनायक गौतम और निर्दलीय राकेश रौशन भी जदयू की राह में रोड़े बिछा चुके हैं।
बिहार विधान परिषद की स्नातक सीट तिरहुत के लिए चार जिलों मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी और शिवहर के कुल 197 मतदान केंद्रों पर शाम 4 बजे तक मतदान होगा।