राजगीर में डायनासोर पार्क बनाया जाएगा, इसी के साथ 66 मिलियन वर्ष पहले का युग लोग यहां जीवंत रूप में देख सकेंगे। दरअसल मेसोजोइक युग यानी 245 से 66 मिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी पर डायनासोर का वर्चस्व था, उस वक्त हर जगह डायनासोर ही डायनासोर थे। अब उस युग को रोमांचित तरीके से दिखाने के लिए राजगीर में डायनासोर पार्क का निर्माण किया जाएगा। लंबे इंतजार के बाद नीतीश सरकार ने इसके निर्माण की स्वीकृति दे दी है, इस पर बिहार सरकार करीब 20 करोड़ की लागत लगाएगी। कहा जा रहा है कि पार्क के निर्माण में बड़े पैमाने पर एआई का उपयोग किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार राजगीर में बनने वाले डायनासोर पार्क के लिए जमीन की चयन कर लिया गया है, नेचर सफारी में निर्माणाधीन क्लिफ वॉक के पास 4.5 हेक्टेयर में पार्क का निर्माण किया जाएगा। निर्माण के पहले तकनीकी सर्वे किया जाएगा, इसके निर्माण से लेकर संचालन तक एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) का प्रयोग किया जाएगा, जो देश के अन्य पॉर्कों से इसे अलग बनाएगा। ये पार्क दर्शकों का रोमांच बढ़ाएगा और इनमें डायनासोर की विशेषताओं, व्यवहार और विकास के बारे में जानकारी दी जाएंगी। इसके अलावा डायनासोर पार्क में डायनासोर से जुड़ी जानकारी देनेवाले पैन और प्रदर्शनियां होंगी।
कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते लखनऊ की तकनीकी टीम सर्वे के लिए राजगीर आने वाली है, पार्क में जीवाश्म खुदाई और उत्खनन जैसी इंटरेक्टिव गतिविधियां होंगी। इसके साथ ही बैठने की जगह, जलपान के स्टॉल और शौचालय की सुविधा होगी। पार्क पारिवारिक सैर-सपाटे के लिए एक आदर्श जगह होगा, पार्क में दर्जन भर से अधिक प्रजातियों का डायनासोर की प्रतिकृतियां रखी जाएगीं. यह भले ही कृत्रिम होंगी, लेकिन सजीव जैसा एहसास दिलाएंगी. मॉडल में गर्जना गुर्राहट फुफकारने और आग उगलने जैसी हरकतें भी होंगी, यह प्रतिकृतियां आगंतुकों को डायनासोर के प्राकृतिक वातावरण में ले जाएंगीं।