RJD नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव 15 दिसंबर से कार्यकर्ता संवाद यात्रा के चौथे चरण की शुरुआत करेंगे, ये यात्रा 22 दिसंबर तक चलेगी। यात्रा के दौरान तेजस्वी कोसी सीमांचल के 8 जिलों की 44 विधानसभा सीटों को साधने का प्रयास करेंगे। जिन 8 जिलों में तेजस्वी जाने वाले हैं उनमें सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और भागलपुर शामिल हैं। कहा जा रहा है कि यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव अपने कोर वोट बैंक को मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
राजनीतिक विशेषज्ञ कहते हैं कि ‘तेजस्वी यादव के लिए चौथे चरण की यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मुस्लिम बाहुल्य ये क्षेत्र कभी लालू यादव को सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाता था, ऐसे में बिहार की हर राजनीतिक पार्टी की नजर इसी इलाके पर है। मुस्लिम वोट बैंक तेजी से राजद से छिटक रहा है, 2020 के चुनाव में पहले AIMIM ने यहां की 5 सीटें जीत कर महागठबंधन को झटका दिया था और अब प्रशांत किशोर यहां मजबूत संगठन खड़ा करने में जुटे हैं।’
बता दें कि तेजस्वी अपनी यात्रा के जरिए 8 जिलों को साधने जा रहे हैं, इन जिलों में 14 सीटों पर बीजेपी और 13 सीटों पर जेडीयू का कब्जा है। वहीं कांग्रेस के पास 6 और RJD के पास महज 5 विधायक हैं। पिछले चुनाव में इन जिलों से AIMIM के 5 और माले से एक विधायक जीते थे, कुल मिलाकर एनडीए ने 27 और महागठबंधन ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी।