रक्सौल जंक्शन पर तस्करी की गई 2.63 करोड़ रुपए की चाइनीज ई-सिगरेट जब्त की गई, लेकिन इस कार्रवाई के दौरान जीआरपी और कस्टम विभाग के बीच गंभीर विवाद हो गया। ये विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब जीआरपी थानाध्यक्ष पवन कुमार ने कस्टम के एक अधिकारी को डिटेन कर लिया।
दरअसल प्रतिबंधित चाइनीज ई-सिगरेट की तस्करी सत्याग्रह एक्सप्रेस से की जा रही थी, इस दौरान सूत्रों से पता चला कि तस्करी की जा रही है तो कस्टम की टीम रक्सौल जंक्शन पहुंची और खेप को जब्त किया। इधर कार्रवाई के दौरान जीआरपी और कस्टम टीम के बीच समन्वय की कमी के चलते मतभेद हुआ। इसके बाद जीआरपी थानाध्यक्ष पवन कुमार ने कस्टम के एक अधीक्षक को हिरासत में ले लिया।
कहा जा रहा है कि ‘जब्त ई-सिगरेट की बाजार में कीमत लगभग 2.63 करोड़ बताई जा रही है। ये खेप अवैध तरीके से भारत में लाई जा रही थी और संभवत बिहार के अन्य जिलों या राज्यों में पहुंचाई जाने वाली थी। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी को उजागर किया है, भविष्य में इस प्रकार की परिस्थितियों से बचने के लिए कस्टम और पुलिस को बेहतर तालमेल स्थापित करने की जरूरत है।