केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए पार्टी को “अंबेडकर विरोधी” और “आरक्षण विरोधी” करार दिया। उन्होंने कांग्रेस पर भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों और आदर्शों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने नेताओं को भारत रत्न दिया, जबकि डॉ. अंबेडकर को यह सम्मान 1990 में मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सेना और शहीदों का भी अपमान किया है। अमित शाह ने दावा किया कि जब मुंबई के मेयर ने बाबा साहब का स्मारक बनाने का प्रस्ताव दिया था, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इसे खारिज कर दिया और कहा कि ऐसी पहल निजी स्तर पर होनी चाहिए। वहीं, नेहरू परिवार के सदस्यों के स्मारक देशभर में बनाए गए।
गृह मंत्री ने बताया कि भाजपा ने संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वह हमेशा अंबेडकर के सिद्धांतों पर चले हैं और उनके आदर्शों का सम्मान करते हैं। साथ ही गृह मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस के “कुत्सित प्रयास” का हिस्सा नहीं बनना चाहिए था। शाह ने कहा, “आप उसी वर्ग से आते हैं, जिनके लिए बाबा साहेब ने जीवनभर संघर्ष किया।”
शाह ने कहा कि भाजपा डॉ. अंबेडकर के योगदान का सम्मान करती है और उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पर दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा अंबेडकर के विचारों को देश की नीतियों में लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। अमित शाह ने यह भी कहा कि “कांग्रेस ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया।”