जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सीधे तौर पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बिहार बीजेपी अध्यक्ष को किसी गांव में खड़ा कर दिया जाए तो 10 फीसदी लोग भी उन्हें नहीं पहचान पाएंगे। ये वही बीजेपी है जो दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है लेकिन बिहार में उसकी हालत दयनीय है।
उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी के पास अपना कोई मजबूत चेहरा नहीं है। नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाकर बीजेपी खुद डूब रही है। आज बिहार में बीजेपी के पास कोई स्पष्ट नेतृत्व नहीं है और इसीलिए उन्होंने 43 विधायकों के साथ नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखा है। प्रशांत किशोर ने इसे बीजेपी की बड़ी रणनीतिक भूल बताया और दावा किया कि पार्टी को अगले चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला और कहा कि अगर पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास और बिहार की समस्याओं को लेकर एक भी मीटिंग की होती तो वो अपना पूरा अभियान वापस लेकर NDA का समर्थन कर देते। बिहार ने जाति-धर्म सब भूलकर मोदी जी को जिताया, लेकिन मोदी जी को बिहार की चिंता नहीं है।