बिहार के मुंगेर जिले में जमीन की जमाबंदी से जुड़े मामले में गंभीर गड़बड़ी उजागर होने पर जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है। डीएम ने दोषी पाए गए दो डाटा इंट्री ऑपरेटरों को बर्खास्त कर दिया और एक राजस्व कर्मचारी को निलंबित कर दिया है।
पुरबसराय की निवासी फरहाना खातून ने मुंगेर जिलाधिकारी को एक आवेदन देकर शिकायत की थी कि सदर अंचल कार्यालय में कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटर पंकज कुमार झा और रंजन कुमार ने राजस्व कर्मचारी सतीश कुमार आर्य के साथ मिलकर गलत तरीके से जमीन की जमाबंदी की है। महिला ने बताया कि इन कर्मियों ने सरकारी प्रक्रिया के खिलाफ जाकर जमीन की जमाबंदी की, जिससे उन्हें नुकसान हुआ।
डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का जिम्मा डीसीएलआर सदर को सौंपा। जांच में डीसीएलआर ने पाया कि फरहाना खातून की शिकायत सही थी और तीनों कर्मियों ने मिलीभगत कर जमीन की गलत जमाबंदी की थी। रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए डाटा इंट्री ऑपरेटर पंकज कुमार झा और रंजन कुमार की सेवाएं समाप्त कर दीं। साथ ही, राजस्व कर्मचारी सतीश कुमार आर्य को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि सरकारी कार्यों में अनियमितता और कर्तव्यहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई के जरिए उन्होंने साफ संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार और गलत कामों में शामिल कर्मियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।