[Team insider] सरकार द्वारा गरीबों को दिए जाने वाले निवाले को लेकर गरीबों से मजाक किया जा रहा है। एक बार फिर से बोकारो के गरीबों को बारिश में भींगा हुआ चावल नसीब होने वाला है। गुरुवार शाम हुई अचानक बारिश से तेलंगाना एफसीआई से बोकारो एफसीआई के लिए रेलवे वगैन से आया चावल बोकारो गुड्स शेड में भींग गया है। इस भींगे हुए चावल को ट्रांसपोर्टर के द्वारा चास के काशी झरिया और बाजार समिति एफसीआई गोदाम में ट्रक के सहारे भेजा जा रहा है। हालांकि ट्रांसपोर्टर के कर्मियों का दावा है कि तिरपाल से ढंक कर चावल को बचाया गया है। लेकिन तस्वीरें इनकी बातों को झूठा साबित कर रही है।
पूर्व भी रेलवे वगैन से आया गेंहूं भींग चुका था
इसके पूर्व भी बोकारो में गुड्स शेड में रेलवे वगैन से आया गेंहूं भींग चुका था। जिसकी जांच भी की गई थी, बावजूद इसके ट्रांसपोर्टरों में कोई सुधार नहीं देखी गई। कल तेलंगाना से 57 बोगियों में 12 सौ बोरी पर वैगन चावल बोकारो एफसीआई के लिए आया हुआ था, चावल को उतारा भी जा रहा था। इसी दौरान मौसम का मिजाज बदला और अचानक तेज हवा के साथ बारिश होने लगी देखते ही देखते बोकारो गुड्स शेड में रखा चावल भी मिले लगा।
चावल को भीगने से बचाने की कोशिश की गई
आनन-फानन में ट्रांसपोर्टरों के द्वारा चावल को भीगने से बचाने की कोशिश की गई। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। आधे से अधिक चावल भींग चुका था। जिस चावल को त्रिपाल के द्वारा ढका गया था। त्रिपाल फटा होने के कारण वह भी चावल भी गया। इसे हम ट्रांसपोर्टर की लापरवाही के ही कर सकते हैं। हालांकि एफसीआई के अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे। जिस कारण भीगा हुआ चावल ही एफसीआई गोदाम में भेजा जा रहा था।
जानकारी के मुताबिक तेलंगाना से जो 57 वैगन में 30 वैगन काशिझरिया और 27 वैगन बाजार समिति के लिए आया हुआ था। बोकारो गुड्स शेड में मौजूद कमर्शियल क्लर्क संजय ने बताया कि अचानक बारिश शुरू होने से चावल कुछ हद तक भींगा है। तिरपाल से ढकने का भी काम किया गया था।
भींगा चावल गाड़ियों में लादकर एफसीआई भेजा जाता है
बावजूद इसके चावल को भीगने से बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि भीगे हुए चावल को अलग कर सूखे चावल को ले जाया जा रहा है जब उनसे भींगे चावल ले जाने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि जाकर इसको देखते हैं जिस प्रकार से सूखे चावल में भींगे चावल को भरकर भेजा जा रहा है हम कह सकते हैं। यह बहुत बड़ी लापरवाही है। वहीं ट्रक मालिक आनंद ने बताया कि ट्रांसपोर्ट के द्वारा जबरदस्ती भींगा चावल गाड़ियों में लादकर एफसीआई भेजा जाता है। जहां इसका खामियाजा हम ट्रांसपोर्टरों को उठाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यहां भी पूरा चावल भींग चुका है।