पटना : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती आज पूरे देश में मनायी गयी। स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस पर राजकीय जयंती समारोह का आयोजन पाटलिपुत्रा पार्क, पटना में किया गया। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती-पूजन, बिहार गीत एवं देश भक्ति गीतों का गायन भी किया गया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, बिहार विधानसमा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ० दिलीप कुमार जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक संजीव चौरसिया, विधायक संजय सिंह, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, पूर्व मंत्री रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था। उनकी जयंती को ही सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वे पत्रकार बनना चाहते थे, लेकिन बाद में राजनीति में आ गए। अटल बिहारी वाजपेयी एक आदर्श राजनेता थे। वे पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने 26 राजनीतिक दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। उनके जीवन के प्रारंभिक दिनों में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हुए।
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अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर हर साल 25 दिसंबर को भारत में सुशासन दिवस मनाया जाता है। 2015 में, अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इसके बाद, मोदी सरकार ने वाजपेयी जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य नागरिकों, विशेष रूप से छात्रों को सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही के प्रति जागरूक करना है। इसका लक्ष्य बेहतर प्रशासनिक कार्यप्रणाली और नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।