बिहटा एयरपोर्ट (Bihta Airport) के रनवे विस्तार के लिए 173 एकड़ जमीन अधिग्रहण का फैसला जल्द आने की उम्मीद है। यह फैसला आने वाले 15 दिनों में हो सकता है। राज्य सरकार को एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (राजस्व) की टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रनवे का विस्तार पूरब या पश्चिम किसी एक दिशा में किया जाएगा, जिसके लिए कोरहर और शर्फुद्दीनपुर गांव के लोगों को पुनर्वास की आवश्यकता होगी। धार्मिक स्थलों और कब्रिस्तान को हटाने की संभावना ने स्थानीय विरोध को जन्म दिया है।
वर्तमान में बिहटा एयरपोर्ट का रनवे 2500 मीटर लंबा है। इसे बढ़ाकर 3658 मीटर करने की योजना है, जिसके लिए 1158 मीटर अतिरिक्त लंबाई की आवश्यकता होगी। रनवे विस्तार के लिए ज़मीन अधिग्रहण और पुनर्वास कार्यों पर अनुमानित खर्च 482 करोड़ रुपये और 542 करोड़ रुपये होगा।
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जमीन अधिग्रहण और प्रभावित गांव
पश्चिम दिशा में विस्तार होने पर:
कोरहर गांव:
- 143 पक्के मकान, 103 कच्चे मकान, और सात धार्मिक स्थल (एक मजार, छह मंदिर) प्रभावित होंगे।
- 246 परिवारों को पुनर्वासित किया जाएगा।
- बिहटा-मनेर सड़क पर अंडरपास या नई चार-लेन सड़क बनाने की जरूरत होगी।
शर्फुद्दीनपुर गांव:
- 119 पक्के मकान, 35 कच्चे मकान, एक मस्जिद, एक मजार और कब्रिस्तान प्रभावित होंगे।
- 154 परिवारों का पुनर्वास होगा।
- पास की IOC की गैस पाइपलाइन को ध्यान में रखते हुए काम होगा।
पूर्व दिशा में विस्तार होने पर:
- 392 करोड़ रुपये ज़मीन अधिग्रहण और 452 करोड़ रुपये पुनर्वास पर खर्च होंगे।
- स्थानीय कब्रिस्तान को हटाने के विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
- स्थानीय विरोध और प्रशासन की तैयारी
- रनवे विस्तार के लिए धार्मिक स्थलों, कब्रिस्तान, और मकानों को हटाने की आवश्यकता से स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने पुनर्वास योजना तैयार की है, ताकि प्रभावित परिवारों को वैकल्पिक जगह दी जा सके।
छह सदस्यीय टीम की रिपोर्ट का आधार लेकर राज्य सरकार 15 दिनों में अंतिम निर्णय लेगी। हालांकि, इस निर्णय के साथ स्थानीय विरोध को शांत करना और पुनर्वास के मुद्दों का समाधान प्राथमिकता होगी।