पटना में बीपीएससी (BPSC) अभ्यार्थियों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव आए और कई सारी बातें कहीं. तेजस्वी यादव ने कहा जब वह पटना पहुंचे थे तो उस दिन भी सबसे पहले गर्दनीबाग अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे थे। तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी अभ्यर्थियों से मिलने के बाद मैने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
तेजस्वी यादव ने कहा हम सरकार में भी रह चुके हैं और हमें वो सिस्टम भी पता है कि अगर आंदोलन को कुचलना है तो कैसे कुचला जाता है। बीपीएससी आयोग कुछ नहीं है। आयोग के अध्यक्ष को किसने बनाया मुख्यमंत्री ने बनाया, मुख्यमंत्री अगर चाहे तो 2 मिनट में आयोग के अध्यक्ष को बदल सकते हैं, लेकिन नीतीश कुमार ऐसा नहीं करेंगे। इस सर्दी में अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज हुआ है, लोगों का सीना दहल जाना चाहिए।
बता दें कि पटना में रविवार (29 दिसंबर) को गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन में भारी हंगामा हुआ। सीएम आवास की ओर जाने के दौरान छात्रों को रोकने पर उन्होंने इसका विरोध किया। अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। इस पूरे प्रदर्शन और मार्च की आगुवाई प्रशांत किशोर कर रहे थे। पूरे मामले पर तेजस्वी यादव ने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर पर भी बड़ा हमला किया है।
BJP की B टीम
तेजस्वी यादव ने कहा कि BJP की B टीम BPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन को कुचलना चाहती है और अपनी सियासी रोटी सेंकना चाहती है। अभ्यर्थियों से अपील है कि किसी बहकावे में मत आइए। शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन करिए। हम आपके साथ हैं। शांतिपूर्ण तरीके से अभ्यर्थियों का आंदोलन गर्दनीबाग में चल रहा था, जिससे BPSC कांप रहा था और सरकार हिली हुई थी, लेकिन BJP की B टीम ने उस आंदोलन को गांधी मैदान ले जाने का काम किया।
NDA के इस नेता ने तेजस्वी का कर दिया हिसाब, नीतीश हो जायेंगे खुश
तेजस्वी यादव ने ये भी कहा कि बीजेपी की बी टीम के नेता ने छात्रों से कहा था कि कुछ भी होगा तो मैं सबसे आगे रहूंगा। जब अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुई तो वह सबसे पहले वहां से भाग गए। मैं चाहता तो एक कॉल पर पांच लाख लोगों को गांधी मैदान बुला सकता था, लेकिन इससे कोई रास्ता निकालने वाला नहीं था। बिहार सरकार ने जिस तरह छात्रों पर लाठीचार्ज करवाया यह दुखद है। बिहार सरकार ने छात्रों पर जुल्म किया है। हम छात्रों के साथ हैं और हम भी चाहते हैं की परीक्षा दुबारा कराइ जाए।
CM नीतीश पर भी निशाना
आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री टायर्ड हो गए हैं और रिटायर्ड अधिकारियों से बिहार चलवा रहे हैं। गांधी मैदान आंदोलन ले जाने से यह हुआ कि अभ्यर्थियों पर FIR हो गई है। बहुत चालाकी से BJP की बी टीम ने आंदोलन को कुचलने की कोशिश की। अभ्यर्थियों पर FIR होने का मतलब उनको जेल जाना पड़ सकता है। एग्जाम में आगे बैठने पर रोक लगाई जा सकती है।