जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार पर कड़ा हमला बोलते हुए उनकी राजनीति पर सवाल उठाए हैं। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव से कहा कि “जब लड़के सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं, तो आप अपनी माताजी के साथ आग सेंक रहे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को ट्विटर पर कम और जमीन पर ज्यादा रहना चाहिए।”
प्रशांत किशोर ने संघर्ष में उतरे सीपीआई (एमएल) के कार्यकर्ताओं का स्वागत किया और कहा कि जो भी युवाओं के अधिकारों के लिए साथ आ रहे हैं, वे प्रशंसा के पात्र हैं।
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को सत्ता के लालच और कमजोर नेतृत्व का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि “भाजपा वालों को नीतीश कुमार ने इतना पिटवाया, फिर भी सत्ता के लालच में वे उनके पीछे खड़े हैं। इस बार के बाद नीतीश कुमार को एक अणे मार्ग में चूड़ा-दही खाने को नहीं मिलेगा।”
उन्होंने नीतीश कुमार को शारीरिक और मानसिक रूप से थका हुआ बताते हुए कहा कि “नीतीश सरकार नहीं चला रहे हैं, बल्कि कुछ भ्रष्ट लोग सरकार चला रहे हैं।”
प्रशांत किशोर ने बिहार के अधिकारियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “बिहार में कुछ अधिकारियों की हीरोबाजी चल रही है। कुछ भी सही नहीं हो रहा। कोर्ट ने भी कहा है कि जिन धाराओं में मामला दर्ज हुआ है, उसमें तो थाना से ही बेल मिल जाती, फिर यहां क्यों लाया गया?”
प्रशांत किशोर ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर कहा कि उन्हें कोई थप्पड़ नहीं मारा गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि “पुलिस ने कोई ज्यादती नहीं की। मेरे साथी को रोकने के क्रम में हाथ चला।”
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के युवाओं के सपनों और अधिकारों के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने नीतीश सरकार और विपक्ष दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी राजनीति ने राज्य के युवाओं को हाशिए पर धकेल दिया है।