पटना: महागठबंधन के घटक दलों के दर्जनों विधायक आज विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान विपक्षी विधायकों ने दल बदल कानून के तहत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उन चार विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने पिछले साल राजद से पाला बदलकर एनडीए गठबंधन का समर्थन किया था।
राजद के विधान पार्षद अब्दुल बारीक सिद्दीकी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और इन विधायकों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने की अपील की। सिद्दीकी ने कहा, “दल बदल कानून देश के सभी सदनों में लागू है, और इन चारों विधायकों पर इसके तहत कार्रवाई होनी चाहिए। एक साल से ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन विधायकों ने राजद द्वारा जारी व्हिप का उल्लंघन किया है और सदन में वे सत्ताधारी दल के साथ बैठे हैं। सिद्दीकी का कहना था, “यह न केवल पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है, बल्कि यह कार्रवाई में देरी भी न्याय के खिलाफ है।” विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “हम इस मामले पर गौर करेंगे और जल्द ही उन विधायकों को नोटिस जारी करेंगे।”
क्या था मामला?
पिछले साल जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर एनडीए गठबंधन का साथ लिया था, तो राजद के चार विधायकों – प्रहलाद यादव, संगीता कुमारी, नीलम देवी और चेतन आनंद ने भी पाला बदलकर एनडीए का समर्थन किया था। विपक्षी विधायकों का कहना है कि इन चारों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि दल बदल कानून के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए थी। राजद के नेताओं का आरोप है कि ये विधायक न केवल पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर रहे थे, बल्कि वे सदन में सत्ताधारी दल के साथ बैठकर काम कर रहे थे।