पटना की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने रोहतास पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। मंगलवार को की गई छापेमारी में 45 करोड़ की अवैध लॉटरी और इसे प्रिंट करने वाले 4 करोड़ के उपकरण जब्त किए गए। इस दौरान 103 मजदूरों को लॉटरी की छपाई करते हुए पकड़ा गया। पुलिस ने मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अवैध लॉटरी का कारोबार: राइस मिल की आड़ में चला रहे थे गिरोह
शाहाबाद रेंज के DIG सत्यप्रकाश और एसपी रोशन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह गिरोह अगस्त 2023 से राइस मिल की आड़ में अवैध लॉटरी का कारोबार कर रहा था। गिरोह पहले झारखंड के धनबाद में बड़े पैमाने पर लॉटरी का कारोबार चला चुका है। अब इस मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई (EOU) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से कराने की योजना है।
गिरफ्तार आरोपी और सरगना
गिरफ्तार आरोपियों में मनीष कुमार (24), रविंद्र कुमार, रिशु गुप्ता (38), सुभाष कुमार (30), और सागर कुमार (30) शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, मनीष इस कारोबार का मैनेजर है, जबकि मुख्य सरगना पवन झुनझुनवाला है।
पवन झुनझुनवाला का संबंध बिहार, झारखंड, नागालैंड सहित कई अन्य राज्यों से है।
वह पहले भी कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुका है।
पवन पर आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जब्त सामग्रियां
छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में लॉटरी टिकट और उपकरण जब्त किए गए, जिनकी कुल कीमत 4 करोड़ रुपये आंकी गई है। इनमें शामिल हैं:
लॉटरी टिकट: सील पैक 420 कार्टन, खुला पैक 722 कार्टन।
सादा और प्रिंटेड कागज: A3 साइज के 830 कार्टन और प्रिंटेड कागज के 419 कार्टन।
तकनीकी उपकरण: 6 कलर ऑफसेट मशीन, 3 लैपटॉप, 20 कंप्यूटर मॉनिटर, 18 सीपीयू, 22 मोबाइल फोन, 2 कलर प्रिंटर, 1 फोटो कॉपियर।
छापेमारी की प्रक्रिया
DIG सत्यप्रकाश ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह छापेमारी की गई। बारह पत्थर मोहल्ले के तीन घरों में छापेमारी के दौरान यह गिरोह पकड़ा गया। छानबीन और कार्रवाई में कुल 72 घंटे का समय लगा।
इस अंतरराज्यीय गिरोह के संबंध में गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि लॉटरी का कारोबार किन-किन राज्यों में फैलाया गया था। साथ ही, अन्य संभावित आरोपियों की भी तलाश जारी है।
यह छापेमारी अवैध कारोबार पर पुलिस की सतर्कता का बड़ा उदाहरण है। पटना STF और रोहतास पुलिस की यह संयुक्त कार्रवाई क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।