बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में विजिलेंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। विजिलेंस टीम ने पटना और बक्सर स्थित उनके कुल चार ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई इंजीनियर की सेवानिवृत्ति से कुछ ही दिन पहले की गई, क्योंकि वह 31 जनवरी 2025 को रिटायर होने वाले थे।
विजिलेंस की कार्रवाई के मुख्य बिंदु
विजिलेंस टीम ने गुप्त जांच के आधार पर यह कार्रवाई की। जांच में यह पाया गया कि जंग बहादुर सिंह ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर करोड़ों की जमीन और फ्लैट खरीदे हैं। इसके अलावा, उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के पुख्ता सबूत मिले। इन सबूतों के आधार पर 16 जनवरी 2025 को निगरानी थाना कांड संख्या-03/25 दर्ज किया गया था।
संपत्ति का खुलासा
जांच में यह सामने आया कि इंजीनियर जंग बहादुर सिंह ने बक्सर और पटना में अपने और अपने परिवार के नाम पर कई कीमती जमीन और फ्लैट खरीदे।
कार्रवाई के दौरान का घटनाक्रम
विजिलेंस डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान सभी दस्तावेजों और संपत्तियों की गहनता से जांच की गई। हालांकि, पटना कार्यालय में जब्त करने योग्य कुछ भी नहीं मिला।
अगली प्रक्रिया
विजिलेंस विभाग ने स्पष्ट किया है कि आगे भी इस मामले की गहराई से जांच की जाएगी। छापेमारी में मिले दस्तावेजों का विस्तृत अध्ययन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कार्रवाई की जाएगी।
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और सरकारी पदों का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ बिहार सरकार की सख्ती को दर्शाती है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के इस मामले में विजिलेंस विभाग की यह कार्रवाई भविष्य में अन्य भ्रष्टाचार के मामलों पर भी नकेल कसने का संकेत देती है।