बिहार की राजनीति में प्रगति और दुर्गति यात्रा को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा को राजद नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा “दुर्गति यात्रा” कहे जाने पर खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मेहता ने तेजस्वी यादव के बयान को आधारहीन और नकारात्मक बताया और कहा कि यह सिर्फ राजनीति की एक छोटी सी चाल है।
तेजस्वी यादव पर सुरेन्द्र मेहता का तंज
बेगूसराय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने कहा कि “तेजस्वी यादव तो कभी नीतीश कुमार के तलवे चाटते थे, अब उनके मुंह से यह बयान आना हास्यास्पद है।” मेहता ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव की बातें सुनकर हंसी आती है क्योंकि वह निर्लज्ज होकर बयान दे रहे हैं। उनके अनुसार, तेजस्वी यादव को यह याद रखना चाहिए कि 2005 से पहले जब उनके माता-पिता बिहार के मुख्यमंत्री थे, तब बिहार में “जंगल राज” का शासन था। कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी थी और लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते थे।
2005 से पहले का जंगलराज
सुरेन्द्र मेहता ने आगे कहा कि “2005 से पहले बिहार में क्या स्थिति थी, यह सब जानते हैं। उस वक्त बिहार में शिल्पी गौतम कांड जैसी घटनाएं हो रही थीं और यहां तक कि एक आईएएस अधिकारी के साथ भी गंभीर घटना घटित हुई थी।” उनका कहना था कि तेजस्वी यादव को अपनी पार्टी के शासनकाल की आलोचना करनी चाहिए और यह जवाब देना चाहिए कि उनके माता-पिता के शासन में बिहार की स्थिति कितनी दयनीय थी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की प्रगति
सुरेन्द्र मेहता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज बिहार प्रगति की दिशा में अग्रसर है और आने वाले समय में यह और भी ज्यादा विकास करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में विकास की जो राह दिखाई है, वह बिना किसी राजनीति के प्रेरणा देने वाली है। खेल मंत्री ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने बहुत कुछ हासिल किया है और आगामी दिनों में यह राज्य और अधिक समृद्ध होगा।