चुनावी साल में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक आज पटना के एक होटल में आयोजित हो रही है। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी।
बैठक में सीट बंटवारे, उम्मीदवारों के चयन और महागठबंधन के सहयोगियों के साथ तालमेल पर विचार किया जाएगा। खास बात यह है कि पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में लालू प्रसाद यादव अपनी राजनीतिक विरासत औपचारिक रूप से तेजस्वी यादव को सौंप सकते हैं। तेजस्वी यादव को पार्टी ने पहले ही विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में आगे किया है।
हाल ही में तेजस्वी यादव ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं, जिनमें आधी आबादी को ₹2,500 देने और फ्री बिजली देने का वादा शामिल है। इन वादों से पार्टी ने आम जनता को लुभाने की कोशिश की है। हालांकि, महागठबंधन में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर मतभेद की खबरें भी सामने आ रही हैं, जिन पर इस बैठक में विचार किया जाएगा।
बैठक में आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की अनुपस्थिति पर भी चर्चा हो सकती है, क्योंकि वे काफी समय से पार्टी गतिविधियों से दूरी बनाए हुए हैं। यह स्थिति पार्टी के अंदरूनी हालात को लेकर कई सवाल खड़े कर रही है।
इस बैठक के मद्देनज़र पटना में कई जगह पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव की तस्वीरें प्रमुखता से नजर आ रही हैं। हालांकि, परिवार के अन्य सदस्यों की गैरमौजूदगी ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा को तेज कर दिया है। सत्ता पक्ष ने भी पार्टी की आंतरिक स्थिति पर सवाल उठाए हैं, लेकिन आरजेडी नेताओं का कहना है कि तेजस्वी यादव भले ही औपचारिक रूप से पार्टी अध्यक्ष न हों, लेकिन सभी फैसले उनकी सहमति से ही लिए जा रहे हैं।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या लालू प्रसाद यादव अपनी राजनीतिक विरासत तेजस्वी यादव को सौंपने का औपचारिक ऐलान करेंगे या नहीं। साथ ही, महागठबंधन के तहत सरकार बनाने के लिए पार्टी किस रणनीति पर आगे बढ़ेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।