रोहतास जिले के चेनारी थाना क्षेत्र में एक राइस मिल की आड़ में चल रहे लॉटरी के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। एसटीएफ ने तीन दिनों तक चली छापेमारी के बाद करोड़ों की अवैध लॉटरी और उपकरण बरामद किए। शनिवार को इस मामले में गिरोह के सरगना पवन झुनझुनवाला समेत 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। चेनारी थाना अध्यक्ष रंजन कुमार ने जानकारी दी कि खुरमाबाद स्थित इस राइस मिल में लॉटरी का अवैध कारोबार किया जा रहा था।
प्राथमिकी में नामजद आरोपी
जिन 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, उनके नाम इस प्रकार हैं: पवन झुनझुनवाला (डेहरी), अविनाश सिंह (औरंगाबाद), दीपक सिंघानिया (देवघर, झारखंड), रविंद्र कुमार (सूर्यपुरा), मनीष कुमार (काराकाट), सुभाष कुमार (डेहरी), सागर कुमार (डेहरी), रिषु गुप्ता (डेहरी), ओम प्रकाश गुप्ता (डेहरी)। इन आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता, बंगाल जुआ अधिनियम, और बिहार-बंगाल लॉटरी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
छापेमारी का विवरण
एसटीएफ ने तीन दिनों तक खुरमाबाद स्थित राइस मिल में छापेमारी की। इस दौरान 45 करोड़ रुपए मूल्य की लॉटरी और 4 करोड़ का उपकरण जब्त किया गया। डीआईजी ने बताया कि यह नेटवर्क अगस्त 2023 से इस मिल में सक्रिय था। इससे पहले यह गिरोह झारखंड के धनबाद में इसी प्रकार का अवैध कारोबार करता था।
सरगना का आपराधिक इतिहास
गिरोह का मुख्य सरगना पवन झुनझुनवाला है, जिसके खिलाफ झारखंड, नागालैंड, और कई अन्य राज्यों में मामले दर्ज हैं। वह कई बार जेल जा चुका है।
विशेष जांच टीम का गठन
इस मामले की जांच के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी (विशेष जांच टीम) गठित की गई है। पुलिस ने गिरोह के वित्तीय लेन-देन और अन्य ठिकानों की जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई ने अवैध लॉटरी नेटवर्क के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है, जो न केवल क्षेत्र में आर्थिक अपराध को बढ़ावा दे रहा था, बल्कि कई राज्यों तक फैला हुआ था। एसटीएफ की इस कार्रवाई से अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।