IIT मद्रास के निदेशक वी कामकोटी ने गोमूत्र को लेकर दिए गए अपने विवादास्पद बयान पर फिर से अडिग रहते हुए कहा है कि यह उनकी व्यक्तिगत राय नहीं बल्कि वैज्ञानिक शोध पर आधारित है। सोमवार को उन्होंने इस पर अपने पक्ष को स्पष्ट करते हुए कहा कि गोमूत्र के औषधीय गुणों पर अमेरिका की शीर्ष पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशित किए गए हैं।
विवादित बयान और उसकी आलोचना
वी कामकोटी ने बीते सप्ताह पोंगल उत्सव के दौरान कहा था कि गोमूत्र कई बीमारियों को ठीक कर सकता है, जो बाद में एक राजनीतिक विवाद का कारण बन गया। विभिन्न वर्गों ने उनकी टिप्पणियों की आलोचना की थी, लेकिन कामकोटी ने इसे पूरी तरह से वैज्ञानिक आधार पर बताया।
सोमवार को एक साक्षात्कार में कामकोटी ने कहा, “गोमूत्र के औषधीय गुणों के कारण यह अब ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है।” उन्होंने बताया कि खुद वे भी पंचगव्य का सेवन करते हैं, जिसमें गोमूत्र, गाय का गोबर, दूध, दही और घी का मिश्रण होता है।
वैज्ञानिक प्रमाणों का हवाला
कामकोटी ने ‘नेचर’ पत्रिका में प्रकाशित लेख का हवाला देते हुए बताया कि वैज्ञानिकों ने गोमूत्र के गुणों पर अध्ययन किया है। जून 2021 में राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान और ‘सेल बायोलॉजी एवं प्रोटिओमिक्स लैब’ के वैज्ञानिकों ने गोमूत्र के औषधीय गुणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की थी।
उन्होंने यह भी कहा कि अमेजन पर पंचगव्य घृतम नाम से एक उत्पाद उपलब्ध है, जो गोमूत्र के औषधीय गुणों को साबित करता है। उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह से वैज्ञानिक है, और संबंधित पत्रों में इसके प्रमाण हैं। यह चीज़ें स्पष्ट करेंगी।”
गोमूत्र के गुण और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
वी कामकोटी ने मट्टू पोंगल (15 जनवरी 2025) के दिन एक कार्यक्रम के दौरान गोमूत्र के बारे में अपने विचार साझा किए थे। उन्होंने एक संन्यासी के जीवन से जुड़ा एक किस्सा सुनाया, जिसमें संन्यासी ने गोमूत्र का सेवन किया और तेज बुखार से ठीक हो गए। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
निदेशक ने गोमूत्र के ‘एंटी-बैक्टीरियल’, ‘एंटी-फंगल’ और पाचन सुधार गुणों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी बड़ी आंत से संबंधित समस्याओं के लिए उपयोगी हो सकता है।
राजनीतिक विवाद से बचने की कोशिश
कामकोटी ने कहा कि यह मामला अब राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है, लेकिन वह राजनीति पर बात नहीं करना चाहते। उन्होंने अपने बयान को पूरी तरह से वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया और कहा कि यह चीजें प्रमाणित करने वाली हैं।