पटना: बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के ट्रांसफर पॉलिसी में हो रही देरी के कारण नाराज शिक्षकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपना आक्रोश जाहिर किया। लाखों ट्वीट्स के साथ यह मुद्दा मंगलवार को देश के टॉप ट्रेंड में शामिल रहा।
बिहार युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव और अनीश सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जनवरी में घोषणा की थी कि 1.90 लाख शिक्षकों का ट्रांसफर उनके घर के पास किया जाएगा। हालांकि, अब तक सिर्फ 35 शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया है। इस देरी ने शिक्षकों को मानसिक रूप से परेशान कर दिया है।
शिक्षक रवि सिंह, जो समस्तीपुर में तैनात हैं, ने कहा कि “शिक्षकों को घर से 200-300 किलोमीटर दूर रखकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करना बेईमानी है।” वहीं, शिक्षिका प्रियंका, नेहा, और संगीता ने बताया कि वे घर से 300 किलोमीटर की दूरी पर पदस्थापित हैं और छोटे बच्चों के कारण नौकरी करना उनके लिए कठिन हो गया है।
सोशल मीडिया पर शिक्षकों का गुस्सा
शिक्षा विभाग की अनदेखी के खिलाफ शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली। बिहार शिक्षक संघ के सौरव ने एक्स पर लिखा, “शिक्षक मानसिक रूप से परेशान हैं। ट्रांसफर के लिए सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।”
आंदोलन की चेतावनी
बिहार युवा शिक्षक संघ के अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने चेतावनी दी है कि अगर फरवरी तक शिक्षकों का ट्रांसफर नहीं किया गया, तो शिक्षकों के सभी संगठन एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से तुरंत हस्तक्षेप करने और शिक्षकों को उनके इच्छित स्थानों पर ट्रांसफर करने की मांग की है।
शिक्षकों की प्रमुख मांगें
- जल्द से जल्द ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी की जाए।
- घर से दूर पदस्थापित शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाए।
- शिक्षकों की पारिवारिक और मानसिक स्थिति का ध्यान रखा जाए।