मौजूदा यूक्रेन संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने व्यापक स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में यूरोपीय देश (European Countries) से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। इस बीच, सरकार ने कुछ केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में निकासी प्रक्रिया के सम्बन्ध में कुछ मंत्रियों को भेजने का फैसला किया है।
भारतीय छात्रों की सहायता
उपलब्ध जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय के लिए रोमानिया, हंगरी और पोलैंड जैसे यूक्रेन के आसपास के देशों की यात्रा करेंगे। मंत्री बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों की सहायता भी करेंगे जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में रूस ने पिछले सप्ताह यूक्रेन पर आक्रमण किया था और रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच लड़ाई जारी है।
ऑपरेशन गंगा
विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने के उद्देश्य से एक समर्पित ट्विटर हैंडल, “OpGanga Helpline” (@opganga) शुरू करने के एक दिन बाद निकासी मिशन के समन्वय के लिए मंत्रियों के यूरोप जाने की घोषणा की गई। सरकार ने युद्धग्रस्त देश से फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालने के मिशन को “ऑपरेशन गंगा” नाम दिया है। सरकार ने पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया में चौबीसों घंटे “नियंत्रण केंद्र” भी सक्रिय किए हैं ताकि इन देशों के साथ सीमा-पार बिंदुओं के माध्यम से यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में समन्वय हो सके।