पटना: मोकामा गोलीकांड पर बिहार के मंत्री और जेडीयू के महासचिव अशोक चौधरी ने पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कानून का पालन किया है। चौधरी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति गोली चलाएगा, तो आत्मरक्षा में कदम उठाना पड़ता है। उन्होंने दावा किया कि अनंत सिंह ने क्षेत्र की जनता की सुरक्षा के लिए कदम उठाए और कानून का पालन करते हुए आत्मसमर्पण किया।
मोकामा के पंचमहला फायरिंग मामले में नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि “अनंत सिंह जनता की सुरक्षा के लिए क्षेत्र में गए थे। उन्होंने कानून का पालन किया और जो न्यायालय का निर्णय होगा, उसका सम्मान करेंगे।” अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों पर जनता की उम्मीदों का दबाव होता है, जिसके चलते उन्हें कई बार कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्हें अपने शासन काल को याद करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी के शासन के दौरान अपराध का बोलबाला था और किडनैपिंग को उद्योग का दर्जा दिया गया था। अशोक चौधरी ने कहा कि “उनके शासन में अपराध और रंगदारी आम बात थी। जिनके शासन में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी, उन्हें मोकामा की घटना पर बोलने का अधिकार नहीं है।”
मोकामा के पंचमहला फायरिंग मामले में पूर्व विधायक अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता उर्मिला सिन्हा, जो सोनू सिंह की मां हैं, ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कोर्ट ने अनंत सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया है। इस घटना के संदर्भ में सोनू-मोनू गैंग के सरगना सोनू कुमार को भी पुलिस ने जलालपुर रेलवे हाल्ट के पास से गिरफ्तार कर लिया। बाढ़ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि सोनू को उसके घर के पास से गिरफ्तार किया गया।
इस घटना ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। एक ओर मंत्री अशोक चौधरी ने अनंत सिंह का समर्थन करते हुए उन्हें जनता का प्रतिनिधि और कानून का पालन करने वाला बताया, वहीं विपक्ष ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। मोकामा की इस घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।