वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में स्टार्टअप्स, शिक्षा और टेक्नोलॉजी सेक्टर को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। इन योजनाओं से देश में रोजगार, नवाचार और विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
स्टार्टअप्स के लिए 10 हजार करोड़ का फंड
स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये के फंड की घोषणा की है। इस फंड का उद्देश्य उभरते हुए उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और भारत को ग्लोबल इनोवेशन हब बनाना है।
AI के लिए तीन एक्सीलेंस सेंटर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में भारत को अग्रणी बनाने के लिए 500 करोड़ रुपये के निवेश से तीन एआई एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इन सेंटरों में रिसर्च और डेवलपमेंट को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे भारत इस तकनीक में आत्मनिर्भर बन सके।
शिक्षा क्षेत्र में बड़ा सुधार
- अगले 5 साल में मेडिकल एजुकेशन में 75 हजार नई सीटें जोड़ी जाएंगी।
- देश के 23 IITs में 6500 सीटें बढ़ाई जाएंगी।
- मेडिकल कॉलेजों में 10 हजार नई सीटें जोड़ी जाएंगी।
- पटना IIT में होस्टल सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
- पीएम रिसर्च फेलोशिप के तहत 10 हजार नई फेलोशिप प्रदान की जाएंगी।
ज्ञान भारत मिशन की शुरुआत
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और शैक्षिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए ज्ञान भारत मिशन लॉन्च किया गया है। इसके तहत 1 करोड़ प्राचीन पांडुलिपियों (मैनुस्क्रिप्ट्स) का डिजिटलीकरण किया जाएगा। यह कदम भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उसे ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित करने में मदद करेगा।
डिजिटल कनेक्टिविटी और कौशल विकास
- सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा।
- युवाओं के कौशल विकास के लिए 5 राष्ट्रीय स्तर के सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिससे उन्हें भविष्य के उद्योगों के लिए तैयार किया जा सके।
‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड’ को मिलेगा बढ़ावा
सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मेक इन इंडिया और मेक फॉर वर्ल्ड को प्राथमिकता देने की बात कही। इन योजनाओं से भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात का केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है।