दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मतदान अब समाप्ति की ओर है। Delhi में मतदान खत्म होते ही सभी की नजरें एग्जिट पोल के नतीजों पर टिकी हैं, जो विभिन्न मीडिया संस्थानों और सर्वे एजेंसियों द्वारा जारी किए जाएंगे। एग्जिट पोल चुनावी नतीजों का सटीक संकेत नहीं होते, लेकिन वे यह अनुमान जरूर देते हैं कि कौन सी पार्टी सत्ता में आने की संभावना रखती है।
क्या होते हैं Exit Poll?
एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद किए गए सर्वेक्षण होते हैं, जिनमें मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया। इसका उद्देश्य मतदाताओं की प्राथमिकता और चुनावी रुझान का अंदाजा लगाना होता है। हालांकि, एग्जिट पोल 100% सटीक नहीं होते, क्योंकि यह एक सीमित सैंपल पर आधारित अनुमान मात्र होता है। इसकी सटीकता मतदाताओं की ईमानदारी, सैंपल साइज और डेटा एकत्र करने की पद्धति पर निर्भर करती है।
क्या चुनाव आयोग Exit Poll पर रोक लगाता है?
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 (धारा 126A) के अनुसार, मतदान समाप्त होने से पहले एग्जिट पोल का प्रसारण नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, किसी भी राज्य में सभी चरणों का मतदान पूरा होने के बाद ही एग्जिट पोल जारी किए जा सकते हैं। चूंकि दिल्ली में मतदान एक ही चरण में हुआ है, इसलिए एग्जिट पोल आज मतदान समाप्त होते ही प्रसारित किए जाएंगे।
Exit Poll कितने सटीक होते हैं?
एग्जिट पोल सरकारी एजेंसियों द्वारा नहीं, बल्कि निजी फर्मों और मीडिया संगठनों द्वारा कराए जाते हैं। इनकी सटीकता को लेकर हमेशा बहस बनी रहती है। पिछले चुनावों में कई बार एग्जिट पोल सटीक साबित हुए हैं, तो कई बार वे नतीजों से काफी अलग भी रहे हैं। इसलिए इन्हें केवल एक संभावित अनुमान के रूप में ही देखा जाता है।
2020 में Exit Poll और असली नतीजे
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनने की भविष्यवाणी की थी।
➡ इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया: AAP को 59-68 सीटें मिलने का अनुमान
➡ टाइम्स नाउ: AAP को 47 सीटें, भाजपा को 23 सीटें
लेकिन जब वास्तविक नतीजे आए, तो:
✅ AAP को 62 सीटें मिलीं
✅ BJP को 8 सीटें मिलीं
✅ कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला
इस बार देखना दिलचस्प होगा कि क्या एग्जिट पोल नतीजों के करीब होते हैं या फिर कोई बड़ा उलटफेर देखने को मिलेगा। दिल्ली की जनता ने किसे अपना जनादेश दिया है, इसका असली फैसला 8 फरवरी को होगा।