बिहार सरकार ने शिक्षकों के ट्रांसफर और पोस्टिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। शिक्षा विभाग के अनुसार, राज्य के 1.90 लाख शिक्षकों को अपने ट्रांसफर के लिए प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा।
ट्रांसफर से पहले शिक्षकों को देना होगा प्रमाण पत्र
शिक्षा विभाग के आदेशानुसार, शिक्षकों को यह प्रमाण देना होगा कि उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई लंबित नहीं है। इसके लिए सभी शिक्षकों को अपने जिले के डीईओ (जिला शिक्षा पदाधिकारी) से प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य किया गया है।
डीईओ को यह रिपोर्ट तैयार कर ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करनी होगी, जिसके आधार पर शिक्षकों के ट्रांसफर और पोस्टिंग का निर्णय लिया जाएगा।
चार चरणों में होगी शिक्षकों की ट्रांसफर प्रक्रिया
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के ट्रांसफर को चार चरणों में बांटा है, ताकि जरूरतमंद शिक्षकों को प्राथमिकता दी जा सके।
प्रथम चरण: (विशेष परिस्थितियों वाले शिक्षक)
- कैंसर या अन्य गंभीर असाध्य रोगों से पीड़ित शिक्षक
- किडनी, हृदय, लीवर की गंभीर बीमारी वाले शिक्षक
- दिव्यांग शिक्षक
- मानसिक दिव्यांगता या ऑटिज्म से प्रभावित शिक्षक
- विधवा और परित्यक्ता महिला शिक्षक
द्वितीय चरण: (पति/पत्नी के स्थानांतरण को आधार मानकर ट्रांसफर)
- ऐसे शिक्षक, जिनके पति या पत्नी सरकारी सेवा में हैं और उनके स्थानांतरण के अनुरूप ट्रांसफर की जरूरत है।
तृतीय चरण: (महिला शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण के आवेदन)
- वे महिला शिक्षक जिन्होंने वर्तमान पोस्टिंग से अधिक दूरी होने के कारण ट्रांसफर की मांग की है।
चतुर्थ चरण: (पुरुष शिक्षकों के ऐच्छिक स्थानांतरण के आवेदन)
- वे पुरुष शिक्षक, जिन्होंने घरेलू कारणों या दूरी के आधार पर ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है।
ट्रांसफर प्रक्रिया की अब तक की प्रगति
- 1 से 15 दिसंबर तक शिक्षकों के फॉर्म लिए गए थे। इसमें 1.90 लाख शिक्षकों में से 85% शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया।
- 162,167 शिक्षकों ने दूरी की वजह से ट्रांसफर की अर्जी लगाई है।
- 35 कैंसर पीड़ित शिक्षकों का ट्रांसफर पहले ही किया जा चुका है।
- 10 जनवरी को शिक्षा विभाग ने कैंसर पीड़ित 35 शिक्षकों की लिस्ट जारी की थी, जिनमें से 47 आवेदनों में से 38 को स्वीकृति दी गई, जबकि 9 आवेदन अन्य श्रेणी में रखे गए।
ट्रांसफर प्रक्रिया की निगरानी के लिए बनाए गए अधिकारी
सरकार ने ट्रांसफर की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने और उसकी मॉनिटरिंग के लिए 18 अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया है। इनमें शामिल हैं:
- शाहजहां (उप सचिव)
- जावेद हसन अंसारी (उप निदेशक, प्रशासन)
- विनिता (विशेष कार्य पदाधिकारी)
- सुषमा कुमारी (विशेष कार्य पदाधिकारी)
- नरेंद्र कुमार (उप निदेशक, माध्यमिक शिक्षा)
- संजय कुमार चौधरी (उप निदेशक, प्राथमिक शिक्षा)
(बाकी अधिकारियों की सूची विस्तृत आदेश में शामिल है)