दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे राजनीति के लिए एक दिलचस्प मोड़ लेकर आए हैं। यह शायद पहली बार है जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस दोनों ही चुनाव परिणामों से संतुष्ट नजर आ रही हैं। आमतौर पर चुनावी जंग में एक पार्टी जीतती है और दूसरी हारती है, लेकिन इस बार स्थिति अलग है। BJP ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की और कांग्रेस ने भी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) को तगड़ा झटका लगा और दिल्ली की सत्ता से बाहर होना पड़ा।
BJP खुश क्यों?
- 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी – BJP ने आम आदमी पार्टी के 10 साल लंबे शासन को खत्म कर सत्ता हासिल की।
- पूर्ण बहुमत के साथ ऐतिहासिक जीत – BJP ने अपने दम पर 70 में से 48 सीटें जीतीं, जो उसके लिए अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
- मोदी लहर और विकास का एजेंडा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने विकास, सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के वादे के साथ चुनाव लड़ा।
- AAP का पतन – दिल्ली में बीजेपी की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी बुरी तरह हार गई, जिससे बीजेपी की राह आसान हो गई।
कांग्रेस खुश क्यों?
- लंबे समय बाद पुनर्जीवन के संकेत – 2013 के बाद कांग्रेस दिल्ली में लगभग खत्म हो चुकी थी। वैसे तो अभी भी दिल्ली में कांग्रेस के पास न कोई सांसद है और न ही विधायक। लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस के कार्यकर्ता पिछले चुनावों के मुकाबले ज्यादा जोश में थे।
- मत प्रतिशत में भारी सुधार – कांग्रेस का वोट शेयर 2020 के मुकाबले बढ़ा है। उसे 6 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल हुए, जो उसके लिए एक सकारात्मक संकेत है।
- AAP के वोट बैंक में सेंधमारी – कांग्रेस को यह फायदा इसलिए मिला क्योंकि AAP से नाराज वोटर का कुछ हिस्सा कांग्रेस की ओर भी आया।
- भविष्य के लिए उम्मीद – कांग्रेस को अब भरोसा हो गया है कि अगर वह सही रणनीति अपनाए, तो भविष्य में दिल्ली में वापसी कर सकती है।