भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने रविवार को पटना स्थित चेतन आनंद के सरकारी आवास पर आनंद मोहन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उनके जदयू (जनता दल यूनाइटेड) में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है। कुछ दिन पहले ही ज्योति सिंह ने बयान दिया था कि यदि किसी खास पार्टी से बातचीत बन जाती है तो वह अपनी विधानसभा सीट का ऐलान कर देंगी।
वर्तमान में कई पार्टियों से बातचीत चल रही है। समय की कमी के कारण ज्योति सिंह अभी पटना नहीं जा पा रही हैं, लेकिन जैसे ही किसी पार्टी के साथ मीटिंग होगी, वह अपनी राजनीतिक योजना का ऐलान कर देंगी। उन्होंने यह भी कहा, “टिकट देने का वादा किया गया है। अगर बात नहीं बनी तो निर्दलीय चुनाव लड़ूंगी, लेकिन लडूंगी जरूर।”
पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसमें ज्योति सिंह ने अपने पति के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। चुनाव में पवन सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे। इसके बाद से ज्योति सिंह लगातार काराकाट संसदीय क्षेत्र के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान में लगी हुई हैं।
दोनों की शादी 2018 में हुई थी। हालांकि, शादी के बाद ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी भी दाखिल की गई थी। लेकिन काउंसलिंग के दौरान दोनों ने एक साथ रहने का निर्णय लिया और बाद में कई तस्वीरों के माध्यम से उनके सामूहिक जीवन की झलक सामने आई।
इस मुलाकात और राजनीतिक हलचल से यह संकेत मिलता है कि ज्योति सिंह जल्द ही राजनीति में सक्रिय रूप से कदम रखने वाली हैं। जनता और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ज्योति सिंह की राजनीतिक भूमिका, विशेषकर उनके जनसंपर्क अभियान के अनुभव को देखते हुए, आगामी विधानसभा चुनावों में एक महत्वपूर्ण कारक सिद्ध हो सकती है।