मोतिहारी पुलिस ने निगरानी विभाग में पदस्थापित दारोगा रामबहादुर प्रसाद कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर रंगदारी मांगने और गोली चलाने का गंभीर आरोप है। इस मामले में मोतिहारी कोर्ट से उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें दबोच लिया। वहीं रामबहादुर प्रसाद कुशवाहा के खिलाफ पिपरा थाना में एक मामला दर्ज है, जिसमें उन पर जबरन उगाही रंगदारी मांगने और गोली चलाने का आरोप है। इस मामले की जांच के बाद अदालत ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। इसके बावजूद, वे बेखौफ होकर पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात से पैरवी कराने पहुंचे थे। लेकिन मोतिहारी पुलिस पहले से सतर्क थी और तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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इस मामले पर मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट रूप से कहा कि कानून सभी के लिए समान है, चाहे वह कोई भी हो। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दारोगा निगरानी विभाग, पटना में पदस्थापित थे और मूल रूप से पिपरा थाना के बैरिया के रहने वाले हैं। गिरफ्तार दारोगा को न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां से आगे की कार्रवाई तय होगी। पुलिस इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है कि क्या इस घटना में कोई और व्यक्ति भी शामिल था। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया है कि मोतिहारी न्यालालय द्वारा वारंट जारी था जिस मामले में निगरानी विभाग में दारोगा पद पर पदस्थापित था जिसे मोतिहारी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।
मामले में मोतिहारी न्यालालय के सीनियर वकील नवीन कुमार सिंह ने मोतिहारी न्यालालय में परिवाद संख्या 1199/22 दर्ज कराया जिसके बाद न्यालालय के द्वारा वीडियो पुटेज एवं गवाहों की सुनवाई के बाद सत्य पाते हुए वर्ष 2023 में जिले के पीपरा थाना को कुर्की करने का आदेश जारी किया था। साथ ही पटना पुलिस अधीक्षक को सूचित करने का आदेश भी दिया था। गिरफ्तार राम बहादुर प्रसाद कुशवाहा जिले के पीपरा थाना क्षेत्र के बैरिया गॉव निवासी है। साथ ही अपने गाँव मे ईंट भट्ठा चिमनी भी चलाता था, जो निगरानी में दारोगा पद पर पदस्थापित होने का धौस दे वारंट के बावजूद जब घर छुट्टी पर आता था तो चिमनी भठ्ठा पर बैठता था।