दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजे भले ही सियासी हलचल का कारण बने हों, लेकिन चुनावी विश्लेषण ने कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने रखे हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और दिल्ली इलेक्शन वॉच के अनुसार, नवनिर्वाचित 70 विधायकों में से 31 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि, यह संख्या 2020 के मुकाबले कम है, जब 43 विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की थी।
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गंभीर आपराधिक मामलों में लिप्त 17 विधायक
चुनाव विश्लेषण में यह भी सामने आया कि 17 विधायक गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। इनमें हत्या के प्रयास और महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामले भी शामिल हैं।
- एक विधायक ने हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है।
- दो अन्य विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं।
पार्टी-वार विश्लेषण के मुताबिक, भाजपा के 48 में से 16 विधायक और आप के 22 में से 15 विधायक किसी न किसी आपराधिक मामले का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा, भाजपा के 7 और आप के 10 विधायक गंभीर आपराधिक आरोपों से घिरे हैं।
विधायकों की संपत्ति में भारी इजाफा
दिल्ली विधानसभा के नवनिर्वाचित 70 विधायकों की कुल घोषित संपत्ति 1,542 करोड़ रुपये है। प्रति विधायक औसत संपत्ति 2020 में 14.29 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 22.04 करोड़ रुपये हो गई है।
- 44% विधायकों की संपत्ति 10 करोड़ रुपये से अधिक है।
- सिर्फ 3% विधायकों की संपत्ति 20 लाख रुपये से कम है।
- 23 विधायकों ने एक करोड़ रुपये या उससे अधिक की देनदारी घोषित की है।
भाजपा विधायकों का दबदबा, करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार
संपत्ति के मामले में भाजपा विधायकों का दबदबा देखने को मिला।
- भाजपा के विधायकों की औसत संपत्ति 28.59 करोड़ रुपये है।
- आप के विधायकों की औसत संपत्ति 7.74 करोड़ रुपये है।
- भाजपा के तीन सबसे धनी विधायक:
- करनैल सिंह – ₹259.67 करोड़
- मनजिंदर सिंह सिरसा – ₹248.85 करोड़
- प्रवेश वर्मा – ₹115.63 करोड़
दिलचस्प बात यह है कि आप के तीन विधायकों ने 20 लाख रुपये से कम की संपत्ति घोषित की है।
शिक्षा और उम्र का प्रोफाइल
चुनाव परिणामों से यह भी पता चला कि:
- 64% विधायकों के पास स्नातक या उससे अधिक की डिग्री है।
- 33% विधायकों की शिक्षा कक्षा 5 से 12वीं के बीच है।
- 67% विधायक 41 से 60 वर्ष की उम्र के हैं।
- 20% विधायक 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
महिलाओं की भागीदारी में गिरावट देखी गई। 2020 में आठ महिलाएं चुनी गई थीं, जबकि इस बार केवल पांच महिलाएं विधानसभा पहुंचीं।
दुबारा निर्वाचित विधायकों की संपत्ति में 25% की वृद्धि
पुनः निर्वाचित 22 विधायकों की औसत संपत्ति में 25% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
- 2020 में औसत संपत्ति: ₹7.04 करोड़
- 2024 में औसत संपत्ति: ₹8.83 करोड़