देवघर: बुधवार देर शाम देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र में अपरण की सनसनीखेज घटना घटी। बताया जा रहा कि एक किनारा दुकानदार व उसके बेटे को बड़ा मेरखी गांव में कार और दो बाइक से बड़ा मेरखी गांव पहुंचे 10-12 की संख्या में अपराधियों ने किराना दुकानदार किशन दास व उसके बेटे चंदन दास का अपरण कर कार से अज्ञात स्थान ले गए। अपहरणकर्ताओं ने दोनों को जंगल में ले जाकर मारपीट की। इसके बाद किशन दास के मोबाइल से एक रिश्तेदार को फोन कर 5 लाख रुपए फिरौती मांगी। फिरौती की रकम नहीं देने पर दोनों की हत्या की धमकी भी दी।
इसके बाद दोनों को गाड़ी में बैठकर रातभर शहर में घुमाया। इधर, अपरहण की जानकारी मिलते दुकानदार किशन दास की पत्नी ने घटना की सूचना देवीपुर थाना को दी। पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और अपहृतों को मुक्त कराने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। इसकी भनक मिलते ही अपहरणकर्ताओं ने पकड़े जाने के डर से दोनों पिता-पुत्र को गुरुवार की अहले सुबह जगदीशपुर आम बागान के समीप छोड़कर भाग गए। बताते चलें कि अपरणकर्ताओं की मारपीट से घायल दोनों पिता-पुत्र को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस मामले में पुलिस अपहरण में शामिल अपराधियों का पता लगाने में जुटी है। वहीं इा वारदात को लेकर ढकढका गांव निवासी किराना दुकानदार किशन दास की पत्नी संजू देवी ने देवीपुर थाना पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। थाने में दिए आवेदन में संजू देवी ने कहा कि उसके पति किशन ने बड़ा मेरखी गांव में जमीन खरीदकर घर बनाया है। वहीं रहकर बेटे के साथ किराना दुकान चलाते हैं। जहां पहुंचकर अपराधियों ने दोनों पिता-पुत्र का अपहरण कर लिया। ज्ञात हो कि वर्ष 2020 में साइबर थाने की पुलिस ने किशन दास साइबर ठगी के आरोप में को जेल भेजा था। जेल से निकलने के बाद उसने दुकान खोल ली। अपरणकर्ताओं के चंगुल से छूटे किशन दास ने बताया कि सभी अपराधी गमछा से चेहरा ढंके हुए थे। उन लोगों ने उसके और बेटे के साथ मारपीट भी की।