नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर कहा कि राज्यपाल ने कौन सी सरकार का अभिभाषण पढ़ा है समझ में नहीं आ रहा है। 2015 का या 2017 का या 2025 का पढ़ा है। सरकार जो भी सच-झूठ लिखकर दे देती है वह पढ़ देते हैं। उन्होंने कहा कि अभी 1 साल हुआ है नहीं सरकार को, उनकी कोई उपलब्धि नहीं है। बिहार पलायन बेरोजगारी में नंबर वन है।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि बजट सत्र में सही ढंग से हाउस चले। विधायकों के दल बदल पर उन्होंने कहा कि विधानसभा में कोई नियम कानून नहीं है। यह सीधे तौर पर कानून का अपमान है। जो विपक्ष के लोग हैं, वह सत्ता पक्ष की तरफ कैसे बैठ रहे हैं, यह सवाल तो बनता है। सदन में लगातार व्हिप का उल्लंघन हो रहा है।
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उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दल बदल किया उनके खिलाफ हम कोर्ट नहीं जाना चाहते। हम चाहते हैं कि विधानसभा में ही उसका फैसला हो, क्योंकि सदन लोकतंत्र का मंदिर है। उन्होंने कहा कि जिस सीट पर दल बदल हुआ है, वहां चुनाव कराया जाए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया कि सुनील सिंह वाले मामले में न्याय मिला है।
भाजपा के मंत्री का दिलीप जायसवाल के बयान पर कि मुख्यमंत्री का चेहरा संसदीय बोर्ड तय करेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि जेडीयू को जो चलाने वाले हैं, वह पूरी तरीके से भाजपाई लोग हैं और नीतीश कुमार अंजान बने हुए हैं। नीतीश कुमार और पार्टी दोनों को खत्म करने में बीजेपी के लोग लगे हैं।
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उन्होंने कहा कि बीजेपी सीधे तौर पर अब जदयू पर कब्जा करना चाहती है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि भाजपा क्या करती है सबको पता है। संविधान और जो भी सरकारी एजेंसी है उसको पॉकेट में रखो। उन्होंने कहा हमें भरोसा है कि इस बार बिहार की जनता हम लोगों पर भरोसा करेंगी।