पटना पहुंचे बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने पार्टी के नेताओं को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि जो नेता टिकट पाने के लिए सिर्फ सदाकत आश्रम की परिक्रमा करते हैं, उन्हें अब टिकट नहीं मिलेगा। उन्होंने यह बयान बिहार प्रदेश कांग्रेस के ओबीसी विभाग द्वारा आयोजित “संविधान बचाओ, बिहार बचाओ” कार्यक्रम के दौरान दिया।
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कृष्णा अल्लावरू ने बिहार के नेताओं को आईना दिखाते हुए कहा, ”2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं, लेकिन हम केवल 19 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाए।” उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब यह नहीं चलेगा और जो नेता सिर्फ परिक्रमा करने में व्यस्त रहते हैं, उन्हें चिन्हित किया जाएगा। अल्लावरू ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी उन नेताओं को टिकट देगी जो जनता के बीच रहते हैं और जिनका वास्तविक जनाधार होता है।
बिहार कांग्रेस प्रभारी ने संगठन में ओबीसी और ईबीसी वर्ग की हिस्सेदारी पर भी बात की और विश्वास दिलाया कि पार्टी इस वर्ग की भागीदारी में सुधार करेगी। उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कांग्रेस में हर वर्ग, हर समाज की भागीदारी होनी चाहिए।”
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उन्होंने टिकट वितरण के मामले में भी साफ संदेश दिया कि यह केवल ओबीसी और ईबीसी पर लागू नहीं होता, बल्कि हर वर्ग और समाज पर यह सिद्धांत लागू होता है। अल्लावरू ने कहा, “टिकट का मामला सिर्फ हिस्सेदारी से जुड़ा नहीं है, बल्कि जनाधार से भी जुड़ा है।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 2020 के चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 19 सीटों पर जीत हासिल की।
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उन्होंने यह भी कहा कि अब से पार्टी उन नेताओं को आगे बढ़ाएगी जिनका जनाधार है, जो जनता के बीच रहते हैं और उनका विश्वास जीतने के लिए मेहनत करते हैं। अगर आपको परिक्रमा और परिश्रम करना है तो यह फील्ड में जाकर करें, जनता की परिक्रमा करें, संगठन को मजबूत बनाएं।
कृष्णा अल्लावरू ने कहा कि जिन नेताओं के पास जनाधार होगा, पार्टी उन्हें खुद पहचान कर टिकट देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में आने का कोई भी शॉर्टकट नहीं होगा, सिर्फ सच्ची मेहनत और जनता के बीच रहने वाले नेताओं को ही महत्व मिलेगा।