बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल पूरी तरह सक्रिय हो चुके हैं और अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में भाकपा माले की ओर से रविवार यानि आज राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में महाजुटान हुआ। रैली में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। यह संख्या इसलिए भी बड़ी थी कि इसमें बड़ी संख्या में स्कीम वर्करों ने हिस्सा लिया। सीपीआईएमएल के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि महाजुटान का उद्देश्य बिहार के लोगों को एकजुट करना और राज्य के भविष्य के लिए एक नई दिशा निर्धारित करना है। बिहार की जनता डबल इंजन वाली सरकार से तंग आ चुकी है।
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दीपांकर भट्टाचार्य ने राजनीतिक यात्रा के बहाने बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया। उन्होंने ने कहा सीमांचल के इलाके में गिरिराज सिंह हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकले तो मुख्यमंत्री पूरे बिहार में प्रगति यात्रा पर निकले। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को जनता से कोई लेना-देना नहीं। CPIML ने पूरे बिहार में बदलो बिहार यात्रा निकाला। हमारी पार्टी की यात्रा का मकसद बिहार के उन गरीब लोगों जिनकी आवाज नहीं सुनी जा रही।
महाजुटान रैली में माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार की डबल इंजन की सरकार पर जमकर निशाना साधा। दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार में गरीबों महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़ गया। BPSC अभ्यर्थियों की नहीं सुनी जा रही। कोई कारण है कि सभी वंचित लोग एक जगह इकट्ठा हुए हैं। सभी इकट्ठा होकर एक संकल्प पत्र तैयार किया है। संकल्प पत्र का नहीं मकसद है कि बिहार के लोगों को उचित हक मिल सके। बिहार में 75% लोग लोगों ने कह दिया है कि बिहार के सरकार बेकार है।
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार के लोगों ने 20 वर्षों से नीतीश कुमार को मौका दिया है। नीतीश कुमार चारों तरफ से बीजेपी हो गए हैं। बिहार में अफसरशाही हावी है पुलिस का अत्याचार भरा है। यही कारण है बिहार के लोगों ने इस बार तय किया है कि दमन उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष करेंगे। बिहार की धरती में हमेशा संघर्ष का साथ दिया है। वीर कुंवर सिंह और शाहिद जगदीश प्रसाद यहां के लोग लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहते हैं। बड़ी लड़ाई है पटना के गांधी मैदान में देखने को मिल रहा है।
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दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका एक जगह आलीशान मकान बन रहा है। उस जगह पर वर्षों से रह रहे मुसहर जाति के लोगों को जबरन वहां से हटाया जा रहा है। हजारों को उनके जमीन से हटाने का मकसद नहीं है कि उपमुख्यमंत्री के बंगले के अगल-बगल में कोई इस सामुदायिक आदमी ना रहे।
दीपांकर भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि आजादी का अमृत वर्ष है। आजादी के अमृत काल में देश के लोगों के लिए पक्का मकान, बिजली फ्री का वादा किया। लेकिन मोदी जी के वादे का क्या हुआ? दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार के गरीब लोगों के मुद्दे पर चुनाव होगा।
केंद्र की सरकार बाबा साहब के संविधान को नहीं मानते। देश में जाति प्रथा खत्म करने की जरूरत है। बहुत समय लगेगा. आरक्षण को लेकर केंद्र की सरकार लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। आज आरक्षण और संविधान खतरे में है। बिहार विधानसभा में सभी राजनीतिक दलों ने मिलकर आरक्षण का दायरा बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि 65% आरक्षण की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव भी पास किया, लेकिन इस मामले को लटका कर रखा गया है। बीजेपी और जदयू को स्पष्ट करना चाहिए केंद्र में इन लोगों की सरकार है तो सदन से 65% आरक्षण पर मुहर लगे।
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दिवाकर भट्टाचार्य बिहार लगातार विशेष राज्य के दर्जे की मांग करता रहा है। लेकिन केंद्र सरकार विशेष राज्य के बाद में विशेष पैकेज देने की बात कर रहा है। विशेष पैकेज के नाम पर बिहार को क्या मिला सबको पता है। मैसेज पैकेज के नाम पर सिर्फ हवाई अड्डा और कुछ सड़क की बात हो रही है। यह विशेष पैकेज नहीं विशेष धोखा है। विशेष का मतलब गरीबों को मकान मिले, बच्चों को पढ़ने के लिए अच्छा स्कूल मिले।
रैली में आरा के सांसद सुदामा प्रसाद, काराकाट के सांसद राजाराम सिंह बिहार विधानसभा में माले विधायक दल के नेता महमूद आलम, मनोज मंजिल,अमरजीत कुशवाहा, रामबली सिंह यादव सहित पार्टी के सभी विधायक और विधान परिषद मौजूद थे। रैली के माध्यम से की वामपंथी दल सीपीआई-एमएल बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी का एहसास कराने का प्रयास किया। हजारों की संख्या में बिहार के सभी कोनों से पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए।