बिहार विधानमंडल में आज वित्त मंत्री सम्राट चौधरी अपना दूसरा और नीतीश सरकार का आखिरी बजट आज पेश करेंगे। बजट को लेकर जहां सर्कार ने तैयारी कर रखी है, वहीं विपक्ष भी तैयार है। सदन में हंगामे के पूरे आसार हैं वहीं बजट पेश होने से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर भी मुख्यमंत्री पर तंज कसा है। तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर मीम पोस्ट करते हुए लिखा है कि काम-धाम से कोई मतलब है जी? जनता को भ्रमित करने के लिए 2005 से पहले वाला घिसा-घिसाया-आजमाया डायलॉग और घिसा-पिटा ड्रामा फिर कर देना है- श्री श्री नीतीश कुमार, मा॰ मुख्यमंत्री
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इससे पहले कल राजद कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने सरकार से बजट को लेकर कई मांग भी कर दी है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी 20 साल से मुख्यमंत्री है। इन्होंने सामाजिक सुरक्षा अन्तर्गत वृद्धजनों, दिव्यांगजनों, और निशक्तजनों की पेंशन नहीं बढ़ाई है। इनका पेंशन बढ़ाना तो दूर वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को 4-5 महीनों तक पेंशन नहीं देते। क्या भ्रष्ट नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों ने लूट कर सरकार का ख़ज़ाना ख़ाली कर दिया है जो आप समय पर पेंशन नहीं दे पा रहे है?
- हमारी सरकार से माँग है कि वृद्धजन पेंशन योजना में वृद्धजनों की मासिक पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये किया जाए। बिहार में लालू प्रसाद जी ने मुख्यमंत्री बनने पर प्रथम बार वृद्धों की पेंशन 30 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिमाह की थी।
- दिव्यांग पेंशन योजना में दिव्यांगो को 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये दिया जाए।
- बिहार की महिलाएं गरीबी और अभाव में जी रही है। हमारी माँग है महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये सीधे उनके खाते में दिया जाए। ताकि वो अपने और बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल कर सके।
आप चाहे तो हमारी “माई बहिन मान योजना” की कॉपी कर सकते है। तेजस्वी आपको इतना मजबूर और लाचार कर देगा कि आपको आधी आबादी हमारी मातृ शक्ति के लिये ऐसी योजना शुरू करनी ही होगी। आपको महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये देने होंगे।
आज पेश होगा बिहार का बजट.. रोजगार, महिला-युवा और ग्रामीण विकास पर रहेगा फोकस
- सामाजिक सुरक्षा पेंशन अन्तर्गत विधवा माताओं बहनों की पेंशन को भी 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये दिया जाए।
- बढ़ते बिजली बिल से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार त्रस्त है, इस बजट में हमारी माँग है कि 200 यूनिट फ्री बिजली की जाए। किसानों को सस्ती दर पर बिजली प्रदान की जाए।
- हमारे सरकार से हटने के बाद नियुक्ति प्रक्रिया रुक गयी है। हमने स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री से 10 लाख नौकरी दिलाने की बात कहलवाई थी। उसे बिना आँकड़ों की बाज़ीगिरी के यथाशीघ्र पूरा किया जाए।
- हमारी सरकार में हुए जातिगत सर्वे के आधार पर चिह्नित 94 लाख गरीब परिवार जिनकी मासिक आय 6000 रुपये से कम है उनको हमने 2 लाख रुपए देने की योजना शुरू की थी लेकिन अब तक उस योजना का क्रियान्वयन नहीं हुआ? एक साल में कितने परिवारों को इस सरकार में मदद की? उन ग़रीबों को क्यों भूल गयी सरकार?
- भूमिहीनों को ज़मीन क्यों नहीं दी जा रही है?
तेजस्वी आगे-आगे है और यह सरकार पीछे-पीछे। एनडीए सरकार हमारी सारी घोषणाओं और योजनाओं की कॉपी करती है। आप कुछ भी करो तेजस्वी ने जो लकीर खींची है आपको उसे ही फॉलो करना पड़ेगा क्योंकि आपके पास ना कोई नई दृष्टि है, ना रोड़ मैप और ना ही ब्लूप्रिंट है।