बिहार विधानसभा में सोमवार को उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने राज्य का बजट 2025-26 पेश किया, जिसमें कई महत्वपूर्ण और दूरदर्शी योजनाओं का ऐलान किया गया। इस बजट में बिहार की पहचान और संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार सरकार देश के प्रमुख मेट्रो शहरों में “इंटीग्रेटेड सेंटर ऑफ बिहार” स्थापित करेगी, जो राज्य की सांस्कृतिक और आर्थिक धरोहर को लेकर नए अवसर पैदा करेगा।
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इंटीग्रेटेड सेंटर ऑफ बिहार: राज्य की धरोहर को प्रमोट करने का बड़ा कदम
सम्राट चौधरी ने बजट के दौरान ऐलान किया कि बिहार सरकार देश के प्रमुख मेट्रो शहरों में, दिल्ली और मुंबई के अलावा, “इंटीग्रेटेड सेंटर ऑफ बिहार” (Integrated Centre of Bihar) स्थापित करेगी। यह केंद्र बिहार की सांस्कृतिक धरोहर, शिल्प, हस्तकला, खाद्य व्यंजन और राज्य की लोक कला को प्रमोट करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस केंद्र का उद्देश्य बिहार को एक नई पहचान दिलाने के साथ-साथ वहां की कला, संस्कृति और व्यंजनों को देशभर में फैलाना है।
बिहार की शिल्प और हस्तकला का प्रचार-प्रसार
वित्त मंत्री ने कहा कि इस केंद्र के माध्यम से बिहार की पारंपरिक शिल्प और हस्तकला का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। बिहार की कई विशेषताओं, जैसे मधुबनी पेंटिंग,पटचित्र, तसर सिल्क, आदि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इसके माध्यम से स्थानीय कारीगरों को भी बढ़ावा मिलेगा, जो बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को बचाने और बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
सांस्कृतिक पर्व और त्योहारों का आयोजन
इंटीग्रेटेड सेंटर के माध्यम से बिहार की लोक कला और संस्कृति को प्रमोट करने के साथ-साथ राज्य के सांस्कृतिक पर्वों और त्योहारों का आयोजन भी किया जाएगा। यह पहल बिहार के सांस्कृतिक विविधता को और अधिक उजागर करेगी और देशभर में राज्य के सांस्कृतिक योगदान को मान्यता मिलेगी।
बिहारी खाद्य व्यंजनों का प्रचार
बिहार का समृद्ध खाद्य संस्कृति भी इस बजट का एक अहम हिस्सा है। सम्राट चौधरी ने बताया कि इंटीग्रेटेड सेंटर के माध्यम से बिहारी खाद्य व्यंजनों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इससे न केवल राज्य के पारंपरिक व्यंजन जैसे लिट्टी-चोखा, सत्तू, और मखाना को एक नई पहचान मिलेगी, बल्कि बिहार के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
निवेश के लिए एक नया केंद्र
वित्त मंत्री ने यह भी ऐलान किया कि इंटीग्रेटेड सेंटर में बिहार में निवेश बढ़ाने के लिए एक “Investment Promotion Cell” का कार्यालय स्थापित किया जाएगा। यह केंद्र बिहार में निवेश के लिए नए अवसरों को बढ़ावा देगा और निवेशकों को आकर्षित करने का काम करेगा। इससे राज्य में औद्योगिकीकरण और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।
बिहार फाउंडेशन और आवास की सुविधा
सम्राट चौधरी ने कहा कि इस केंद्र में बिहार फाउंडेशन का कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा, जो बिहार के विकास को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेगा। इसके अलावा, बिहार के लोगों के लिए एक आवासीय सुविधा भी प्रदान की जाएगी, जो बिहार भवन या बिहार सदन के तर्ज पर काम करेगा। इससे बिहार के लोगों को देशभर में अपने घर जैसा माहौल मिलेगा और उन्हें अपने राज्य से जुड़ाव का अनुभव होगा।
एक समेकित और सर्वांगीण विकास की दिशा
सम्राट चौधरी ने कहा कि इस बजट के माध्यम से बिहार राज्य को सिर्फ आर्थिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी प्रगति की ओर अग्रसर किया जाएगा। एकीकृत केंद्र बिहार के लिए एक समेकित और बहुआयामी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्धि मिलेगी, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास को भी एक नई दिशा मिलेगी।